मथुरा। कांगे्रस महासचिव एवं उत्तरप्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भगवान कृष्ण की धरती मथुरा में मोदी सरकार जमकर बरसीं। उन्होंने तीनों नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए किसान आन्दोलन को समर्थन करने का एक बार फिर एलान किया। उन्होंने केन्द्र सरकार को किसान विरोधी और अहंकारी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाएगा।
मंगलवार को प्रियंका गांधी वाड्रा मथुरा के सौंख रोड़ पालीखेड़ा में किसान महापंचायत को संबोधित किया। 24 मिनट के संबोधन में उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर वार किया। उन्होंने कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्ति सुनाई कि ‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।’
उन्होंने कहा कि 90 दिनों से देश की राजधानी के बॉर्डर पर किसान अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। इस किसान आन्दोलन के दौरान 215 किसान शहीद हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो अपने शासनकाल में दुनिया के हर कोने तक पहुंचे, लेकिन वे दिल्ली जहां वो रहते हैं, उसके बॉर्डर तक नहीं पहुंच पाए। किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए उनके पास समय नहीं है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा बनाए गए तीन कानून किसानों को बवार्द करने वाला है। सरकार के तीन कृषि कानूनों में पहला कानून जमाखोरी की छूट देता है। वर्ष 1955 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने देश में जमा खोरी को रोने के लिए कानून बनाया था। वह आज तक लागू हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरा कृषि कानून प्राइवेट मंडियों को चलाने का है। जिसमें सरकार ने सरकारी मंडियों की तरह काम करने की छूट दी है। प्राइवेट मंडियों में टैक्स नहीं लिया जाएगा। आगे चलकर लोग प्राइवेट मंडियों में जाएंगे। सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी। जिससे न्यूनतम समर्थन मूल्य भी समाप्त हो जाएगा। इसका प्रभाव राशन कार्ड पर मिलने वाले राशन भी पड़ेगा।
तीसरा कृषि काूनन के तहत कॉन्टे्रक्ट पर खेती होगी। जिसमें खरबपति किसानों की उपज से पहले ही उसकी किसान खरीदने की कॉन्ट्रेक्ट करेगा। जब किसान खेती होने पर बाद खरबपति से मिलने जाएगा। तो खरबपति किसान को खरीद करने से मना भी कर सकता है। यदि किसान को आपत्ति है तो उसकी अदालत में भी सुनवाई नहीं होगी। एक तरफ आप और दूसरी तरफ खरबपति होगा। कानून का असली मकसद कुछ और है। जबकि पीएम मोदी कहते हैं कि कृषि काूनन को लेकर विपक्ष के नेता गुमराह कर रहे हैं।
भगवान कृष्ण सरकार का तोड़ेंगे अहंकार
उन्होंने कहा कि कहा कि हजारों साल पुराना इतिहास गवाह है कि जनता अहंकारी सरकार को हमेशा सबक सिखाती है। इस सरकार ने चुनाव के समय जितने वादे किए थे, सभी झूठे निकले हैं। भगवान कृष्ण उनका भी अहंकार तोड़ेंगे।
किसानों को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा ‘जिस सरकार ने किसानों और देश की जनता से तमाम वादे किए थे। सरकार बनने के बाद उन वादों को प्रधानमंत्री भूल गए। पीएम मोदी ने गन्ना किसानों से उनका बकाया देने का वादा किया था। लेकिन आज भी देशभर में किसानों का 15 हजार करोड़ रुपए गन्ने का बकाया है। बकाया देने के बजाय प्रधानमंत्री ने अपने लिए दो हवाई जहाज खरीदे हैं। जिनकी कीमत 16 हजार करोड़ है। ये उनकी नीयत है।’
उन्होंने कहा कि आज भी गन्ने के दाम वहीं है। लेकिन पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, बिजली के दाम बढ गए। स्मार्ट मीटर से लूट हो रही है। लेकिन फसल का मुआवजा नहीें मिला।
बृज की गोशालाओं का बुरा हाल, कहां गए 200 करोड़ रुपए
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि जो ब्रज गोशालाओं का केन्द्र है, वहीं गोशालाओं का बुरा है। राधाकुंड की गोशालाओं का बुरा हाल है। स्थिति बहुत दर्दनाक है। किसान पूरी तरह प्रताड़ित है। हर तरह से उस पर वार हो रहा है। आवारा पशुओें से लोग परेशान हैं। किसान पशुओं से अपनी खेती से बचाने के लिए रातभर जागता रहता है। गोशालाआें की बदहाली मथुरा के साथ-साथ हाथरस, बुंदेलखण्ड में भी बदहाल है। कोई गायों की मदद के लिए नहीं आया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा कि गायों के लिए सरकार ने 200 करोड़ आवंटित किए हंै। आखिर वह गोशाला के लिए आया पैसे कहां गए।
नोटों की खेती करने वालों ने बनाए नए कृषि कानून
प्रियंका गांधी ने तीन कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि यह कृषि कानून देश के किसी किसान ने नहीें बनाए। इनको नोटों की खेती करने वालों ने बनाया है। ये खरबपतियों के लिए बने गए हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा देश के हवाई अड्डे, बंदरगाह, भारत पेट्रोलियम सब बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए ब्रज कि किसानों से कहा कि गोवर्धन पर्वत को संभाल कर रखिए, इनका कुछ नहीं पता।
किसान आन्दोलन को कांग्रेस रहेगा समर्थन
उन्होंने कहा कि किसान अपने अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनका भरी संसद में मजाक उड़ाया जा रहा है। किसानों से पीएम को कौन सी दुश्मनी हैं। जिनके वोटों के बल पर सत्ता मिली, तो वह किसान को क्यों ठुकरा रहे हैं। समस्या को सुनने के बजाय भरे संसद में उन्होंने बेइज्जती की है। आन्दोलनजीवी, देशद्रोही बोला जा रहा है।
कांग्रेस की सरकार आने पर तीनों कृषि कानून रद़्द होंगे
उन्होंने एलान किया कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। जब तक किसानों का उनके अधिकारियों के लिए संंघर्ष जारी रहेगा तब तक कांग्रेस भी उनके साथ है। जैसे ही हमारी सरकार आएगी सबसे पहले इन कानूनों को समाप्त करेगी।
शहीद किसानों के लिए रखा दो मिनट का मौन
संबोधन के समापन पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसान आन्दोलन के दौरान हुई शहीद हुए किसानों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन का आह़वान किया। इस पर किसान महा पंचायत ने मौन धारण किया।
प्रमुख रुप से ये रहे मौजूद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला, पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप कुमार जैन, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, वरिष्ठ नेता महेश पाठक, सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आदि मौजूद रहे।