वृंदावन। कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक का पहला शाही स्नान शनिवार को हुआ। जिसमें वैष्णव महंत एवं संतजनों ने शाही स्नान घाट पर स्नान किया। इससे पहले अनी अखाड़ों के वीर ध्वज (निशान) को स्नान कराकर पूजन किया गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन की व्यवस्थाएं चाक चौबंद रही। शाही स्नान के बाद बड़ी संख्या में देशभर से आए भक्तों ने भी अलग से बनाए गए घाटों पर यमुना स्नान किया।
कुंभ क्षेत्र से तीर्थ नगरी वृंदावन में निकाली शाही पेशवाई के बाद अनी अखाड़़ों, सम्प्रदायों और खालसाओं के महंत एवं संत कुंभ क्षेत्र में पुन: पहुंचे। मंत्रोच्चारों के मध्य अनी अखाड़ों के श्रीमहंतों ने अपने-अपने वीर ध्वज यानि निशानों को यमुना स्नान कराया और इसके बाद श्रीमहंतों एवं संतों ने शाही स्नान घाट पर पतितपावनी यमुना में स्नान किया। यमुना तट पर संत महंतों के शाही स्नान के दौरान जयकारे लगने लगे। वहीं महंत, महामण्डलेश्वर एवं सतों के दर्शन करने के लिए पहुंचे हजारों भक्त भी इस शाही स्नान के साक्षी बने। संतों के शाही स्नान के बाद वैष्णवों ने एक स्थाई और दो अस्थाई घाटों पर यमुना में डुबकी लगाई और अपने आराध्य की आराधना की।
दिगम्बर अनी अखाड़े के श्रीमहंत किशन दास महाराज ने बताया कि कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक का प्रथम शाही स्नान और शाही पेशवाई का कार्यक्रम आज पूरी भव्यता के साथ हुआ। दो शाही और होने हैं और कुंभ के समापन अवसर पर एक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी।