नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में एक चौकाने वाला मामला सामने है। यहां बड़ी बेटी की जिंदगी बचाने के लिए माता पिता को अपनी छोटी बेटी का सौैदा करना पड़ा। मजदूरी करने वाले माता-पिता ने बड़ी बेटी को सांस की गंभीर बीमारी का इलाज कराने के लिए 12 वर्ष की छोटी बेटी को अपने ही पड़ौसी को बेचना पड़ा। पुलिस ने बेटी के खरीददार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक माता-पिता ने 12 वर्षीय बच्ची को उसके पड़ौस में ही रहने वाले चिन्ना सुब्बैया को बेच दिया। उस लड़की को 10 हजार रुपये में बेचा गया है। इसके बाद 46 वर्षीय चिन्ना सुब्बैया ने 12 वर्षीय नाबालिग से शादी कर ली। शादी के एक दिन बाद उस बच्ची को महिला और बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों द्वारा बचाया गया और एक जिला चाइल्डकेअर केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उसकी काउंसलिंग की जा रही है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक सुब्बैया बच्ची का पड़ोसी है। बच्ची को खरीदने के लिए पहले 25000 में सौदा तय हुआ था पर बाद में 10,000 देकर सुब्बैया ने बच्ची को खरीद लिया। पुलिस के अनुसार, सुब्बैया की पत्नी ने वैवाहिक कलह के चलते उसे छोड़ दिया था। पुलिस ने यह भी बताया की सुब्बैया ने 12 वर्षीय बच्ची की बड़ी बहन से भी शादी के लिए पहले प्रस्ताव रखा था।
अंतर्राज्यीय बाल विकास सेवाओं के अधिकारी के हवाले से बताया की बच्ची को खरीदने के बाद सुब्बैया बुधवार रात को लड़की को अपने रिश्तेदारों के घर धामपुर ले गया। जहां पड़ोसियों ने बच्ची को चिल्लाते हुए और रोते हुए सुना इसके बाद वो सुब्बैया के रिश्तेदारों के घर गए, ताकि वे पूछ सकें कि क्या हो रहा था। इसके बाद उन्होंने स्थानीय सरपंच से संपर्क किया, जिन्होंने हमसे संपर्क किया। पुलिस ने सुबैया के खिलाफ केस दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
बताया जा रहा है कि नेल्लोर के एक दंपति ने अपनी 12 वर्षीय बेटी को 46 वर्षीय व्यक्ति के पास बेच दिया। क्योंकि उनके पास अपनी 16 वर्षीय बड़ी बेटी के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। बड़ी बेटी सांस की एक गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Saturday, 27 February 2021