उपविजेता का पुरस्कार सुवर्णा ने किया हासिल
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान दिवस पर आनलाइन इंटर स्कूल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईआईएम(के) के संस्थापक निदेशक प्रोफेसर विनियशील गौतम ने विद्यार्थियों को विज्ञान दिवस के आयोजन के पीछे निहित उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि बदलते इस दौर में तकनीकियों का भी तेजी से बदलाव हो रहा है। अपने कौशल और शोध से आप नई-नई खोज कर अपने और अपने विवि के लिए एक मील का पत्थर बन सकते हैं।
प्रोफेसर गौतम ने विद्यार्थियों को विज्ञान के महत्व और शोध की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि सबसे जरूरी है अपने विचारों में वैज्ञानिक सोच का पैदा करना। विचारों पर परिश्रम कर उनको साकार करने की ही जरूरत है। उन्होंने संस्कृति विवि द्वारा किए गए इस आयोजन और बड़ी संख्या में इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
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प्रतियोगिताओं में निर्धारित विषयों पर विद्यार्थियों ने अपने विचारों पर वक्तव्य, पीपीटी, वीडियो, आडियो प्रस्तुत किए। इनके आधार पर ज्यूरी ने निर्णय देते हुए बीसीए की छात्रा पूजा मंगला को विजेता तथा बीएससी एजी की छात्रा सुवर्णा को उप विजेता घोषित किया। छात्रा पूजा मंगला ने फ्ल्यूड इंटेलीजेंसी पर अपना प्रजेंटेशन दिया वहीं उप विजेता सुवर्णा ने विज्ञान के कारक और नवोन्मेष पर कौशल के प्रभाव पर अपना वक्तव्य दिया। प्रतियोगिता में बीपीटी की छात्रा शैली, सुप्रिया, नीतू, बीएमएलटी की छात्रा मोनिका, बीसीए की छात्रा नीतू, दुर्गेश झा, बीओपीटी की छात्रा साधना, बीटेक के छात्र मनोज कुमार, बीएससी के छात्र एमएसएस अरुद्रा धर्मा, बीसीए के छात्र नरेश पांडे आदि ने भाग लिया।
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विजेता छात्राओं को स्मृति चिह्न और नगद धनराशि देकर पुरस्कृति किया गया। ज्यूरी के सदस्यों में डीआरडीओ के प्रशासनिक निदेशक डा. शैलेंद्र जायसवाल, श्रीजन संचार के संस्थापक डा. अतितेंद्र जायसवाल शामिल थे। कार्यक्रम की संयोजक संस्कृति स्कूल आफ एप्लाइड साइंसेज की डीन डा. पल्लवी श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के सह संयोजक बीपीटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. खयाली वार्ष्णेय थे।