देहरादून। उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर हलचल मच गई है। इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ जारी असंतोष की खबरों के बीच राज्य में सत्ता परिवर्तन की चर्चाएं तेज हो गई हैं। उत्तराखण्ड के अगले मुख्यमंत्री की रेस में मुख्य रुप से तीन नाम सामने आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इसी क्रम में पार्टी के संसदीय बोर्ड ने शनिवार को देहरादून में कोर ग्रुप की बैठक बुलाई थी।
पार्टी ने उपाध्यक्ष रमन सिंह को भेजकर स्थिति की जानकारी ली। इस पूरी प्रक्रिया में शामिल एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि स्थिति बेहद गंभीर है और हालात संभालने के लिए सभी विकल्प खुले हैं। सूत्रों की मानें तो शनिवार को हुई पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक में कई सांसदों, विधायकों और मंत्रियों ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ मोर्चा खोला है। वहीं पर्यवेक्षक भेजने और कोर ग्रुप की बैठक बुलाकर राय जानने का फैसला अचानक हुआ।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Sunday, 7 March 2021
राज्य के कई नेताओं को दिल्ली से फोन कर बैठक के लिए पहुंचने के लिए कहा गया। दो दर्जन विधायकों को दो-तीन हेलिकॉप्टर के जरिए गैरसैंण से देहरादून एयरलिफ्ट किया गया। निशंक को लखनऊ से, दिल्ली आ रहे अजय भट्ट को रास्ते से ही देहरादून, जबकि विजय बहुगुणा को दिल्ली से भेजा गया।
इस बैठक के लिए गैरसैंण में चल रहे विधानसभा सत्र के दौरान बजट को आनन फानन पारित कराया गया। हालात संभालने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाए जाने की चर्चा भी जोरों पर है। सूत्रों का कहना है कि अगर विधायक दल की बैठक हुई तो इसका सीधा अर्थ है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन तय है।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Sunday, 7 March 2021