शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों से स्वस्थ हुआ नौनिहाल
मथुरा। जब बच्चा अबोध हो तो उसकी परेशानी को सिर्फ एक कुशल चिकित्सक ही समझ सकता है। के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के जाने-माने शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा ने 20 दिन के नौनिहाल की न केवल समस्या को समझा बल्कि उसकी सफल सर्जरी कर परेशान माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी। अब शिशु पूरी तरह से स्वस्थ है।
विगत दिवस गांव सुरीर, जिला मथुरा निवासी गौरव अपने 20 दिन के बच्चे वेद को लेकर के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा से मिले। शिशु वेद का पेट फूल रहा था, दूध पीते ही उल्टी कर देता तथा मल त्याग भी नहीं कर रहा था। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने नौनिहाल की कुछ जांचें कराईं जिससे पता चला कि वेद हिर्स्चस्प्रुंग डिसीज (बड़ी आंत की समस्या) से पीड़ित है। डॉ. शर्मा ने शिशु के माता-पिता को सर्जरी की सलाह दी।
माता-पिता की अनुमति के बाद डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने 17 फरवरी को निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दीपक और टेक्नीशियन साइना खान के प्रयासों से लगभग एक घण्टे की मशक्कत के बाद नौनिहाल वेद की हिर्स्चस्प्रुंग डिसीज सर्जरी करने में सफलता हासिल की। के.डी. हास्पिटल प्रबंधन के सहयोग से वेद का ऑपरेशन और सम्पूर्ण इलाज पूरी तरह से निःशुल्क किया गया।
डॉ. शर्मा का कहना है कि हिर्स्चस्प्रुंग डिसीज ऐसी समस्या है जो बड़ी आंत (कोलन) को प्रभावित करती है, जिसकी वजह से मल त्याग करने में परेशानी आती है। यह जन्मजात समस्या है जोकि बच्चे के बृहदांत्र की मांसपेशियों में तंत्रिका कोशिकाओं के अनुपस्थित होने की वजह से होती है। हिर्स्चस्प्रुंग डिसीज सर्जरी में कोलन के रोगग्रस्त हिस्से को निकाल दिया जाता है।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Monday, 8 March 2021
शिशु वेद के सफल ऑपरेशन पर आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. रामकुमार अशोका तथा चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।