वृंदावन। गोरे लाल पीठ के महंत किशोर देव दास ने कहा कि वृंदावन की समस्त भूमि ही रसमयी है, इसलिए इस भूमि पर चारों ओर भक्ति के रस का अनवरत प्रवाह होता रहता है। यह विचार कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में रसिया बाबा नगर में आयोजित भक्ति रस वर्धिनी वार्ता सत्र के 17वें दिवस पर व्यक्त किए।
उन्होंने वृंदावन रसोपासना विषय पर विस्तार से समझाते हुए कहा कि भगवद चरण में वृत्ति होने पर ही प्रभु के धाम का अधिकारी बनना संभव है।
इस अवसर पर शरणागति परिवार के अध्यक्ष रसिया बाबा, सचिव शशिकांत भंडारी, माधव दास, प्रदीप चौधरी, कृपानंद वाजपेई, कन्हैया अग्रवाल, एवं शरणागति परिवार के प्रवक्ता देव द्विवेदी आदि उपस्थित थे।