हेड इंस्ट्रक्टर शाली इत्तमन ने आत्मरक्षा की विभिन्न तकनीकें समझाईं
मथुरा। विश्व के किसी भी देश में प्रायः बाढ़, भूस्खलन, चक्रवात, भूकम्प, सुनामी की घटनाएं होती रहती हैं, आपदा प्रबंधन इनके प्रभाव को कम करने के लिए एक सतत प्रक्रिया है, जिसे सफल बनाने के लिए सामूहिक एकता एवं समन्वित प्रयासों की आवश्यकता होती है उक्त उद्गार जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा आत्मरक्षा और आपदा प्रबंधन पर आयोजित कार्यशाला में हेड इंस्ट्रक्टर शाली इत्तमन ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यशाला की शुरुआत शिव तांडव बजाकर हुई।
श्री इत्तमन ने छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा और आपदा प्रबंधन की तकनीक सिखाते हुए कहा कि जागरूकता एवं आत्मरक्षा ही संकट के दौर में इंसान का सबसे बड़ा हथियार होती है। आत्मरक्षा पर उन्होंने जोर देकर कहा कि हम शारीरिक ताकत नहीं बल्कि सही तकनीक से अपनी और समाज की रक्षा कर सकते हैं। श्री इत्तमन ने छात्र-छात्राओं के सम्मुख आत्मरक्षा की विभिन्न तकनीकों का भी प्रदर्शन करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन एक ऐसी कार्यप्रणाली है, जो आपदा से पहले और उसके बाद ही नहीं बल्कि एक-दूसरे के समांतर भी चलती रहती है। इस व्यवस्था में आपदा सम्भावित समुदाय के भीतर, आपदा की रोकथाम, उसके दुष्प्रभाव को कम करने, जवाबी कार्रवाई तथा सामान्य जीवन स्तर पर लौटने के लिए पर्याप्त उपाय होते हैं। उन्होंने कहा कि मानव एवं प्राकृतिक कारणों से होने वाले दुष्प्रभाव यदि चरम सीमा तक पहुंच जाएं तथा यह दुष्प्रभाव मानव एवं प्रकृति के लिए असहनीय हो जाए तो इसका समाधान हम सभी का कर्तव्य बन जाता है।
संस्थान की निदेशक प्रो. (डा.) नीता अवस्थी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि विश्व के सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में अनेक परिवर्तन हो रहे हैं। औद्योगिक एवं तकनीकी क्षेत्र में अत्यधिक विकास के कारण मानव जीवन जहां सुखमय और समृद्ध बना है वहीं इनसे अनेक प्रकार के संकट भी उत्पन्न हुए हैं। आपदा कैसी भी हो समाज की सामान्य कार्यप्रणाली में बाधा जरूर डालती है तथा इससे बहुत बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं लिहाजा हम सभी का दायित्व है कि स्वयं के साथ समाज की सुरक्षा का न केवल संकल्प लें बल्कि इसके लिए हमेशा चौकस भी रहें।
निदेशक डा. अवस्थी ने हेड इंस्ट्रक्टर शाली इत्तमन का तुलसी का प्लांट देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सुरथ ने किया तथा प्रो. हरलीन कौर चेयरपर्सन, महिला सेल ने सभी का आभार माना। इस अवसर पर डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. श्रवण कुमार, रजिस्ट्रार, प्राक्टर, डा. जगवीर सिंह, डा. मनिन्दर वर्मा, निशांत कुमार, करिश्मा मित्तल, शत्रुघ्न, निधि, रोहित, गौरव, इलियास, पंकज आदि उपस्थित रहे।