Thursday, January 16, 2025
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प्राइमरी टीचर के घर छापा मारने गई पुलिस की आखें फटी रह गई, महज 23 साल में जुटा ली 5 करोड़ की सम्पत्ति

भोपाल। बैतूल के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ने पिछले 23 साल में 5 करोड़ की सम्पत्ति जुटा ली। जबकि उसे इस दौरान वेतन में मात्र 36 लाख 50 हजार रुपए ही मिले। लोकायुक्त पुलिस ने जब उसके यहां छापा मारा तो आय से अधिक सम्पत्ति देख पुलिस की भी आंखें फटी रह गई। यह शिक्षक इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।


मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने बैतूल के प्राथमिक शिक्षक पंकज श्रीवास्तव के यहां छापा मारा। उसके पास आय से अधिक संपत्ति मिली है। घर में मिले दस्तावेजों के बाद पुलिस हैरान रह गई। वर्ष 1998 में संविदा शिक्षक से भर्ती हुए पंकज ने 23 साल में ही 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति जमा कर ली, जबकि इस दौरान उन्हें वेतन से महज 36 लाख 50 हजार रुपए मिले।


बताया जा रहा है कि उनके पास से बड़ी मात्रा में कृषि भूमि और आवासी प्लॉट की रजिस्ट्री मिली हैं। शाम 6 बजे तक करीब 11 घंटे कार्रवाई चली। इस दौरान टीम तीन सूटकेस में यहां से दस्तावेज भरकर ले गई इनमें प्रॉपटी, चेकबुक, पासबुक समेत कई दस्तावेज शामिल हैं। इनकी जांच की जाएगी। वे भोपाल के डी-413 मिनाल रेजीडेंसी में रहते हैं मंगलवार को एक टीम ने मिनाल और एमजीएम कॉलोनी बगडोना स्थित उनके निवास पर एक साथ छापा मारा लॉकर्स की जांच करवा रहे हैं।

आरोपी के पास 24 संपत्तियों की जानकारी मिली है। इनमें मिनाल रेसीडेंसी में डुप्लेक्स, समरधा में प्लाट पिपलिया में एक एकड़ भूमि, छिंदवाड़ा में 6 एकड़ जमीन, बैतूल में 8 आवासीय प्लॉट, 6 दुकान बगडोना में व 10 अलग-अलग गांवों में कृषि भूमि कुल 25 एकड़ होना पाया गया है। कुल कीमत करीब 5 करोड़ रुपए की संपत्ति होने का पता चला है।

भोपाल पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अपराध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कर निरीक्षक सलिल शर्मा, मुकेश तिवारी, वी के सिंह की 10 सदस्यीय टीम कार्यवाही कर रही है। आरोपी के तीन संतान वर्ष 2016 से मैक्रो विज़न एकेडमी बुरहानपुर में अध्ययन कर रहे हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान अतिरिक्त जानकारी प्राप्त हुई है कि आरोपी पंकज श्रीवास्तव क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों को ऊंची ब्याज दर पर कर्ज देकर उनकी संपत्ति को गिरवी रखकर कर्ज ना चुका पाने पर अपने नाम पर विक्रय पंजीकरण करा लेता था। आरोपी द्वारा अपने मित्र के साथ श्रीराम आईटीआई संस्था में भी निर्माण कार्य में लगभग 50 लाख रुपये का निवेश किया है तथा नागपुर में भी आवासीय प्लाट 10 लाख रुपये कीमत का होना पाया गया है।

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