मंदिर की तीस बीघा जमीन पर जबरन कब्जा करके बना दिया कब्रिस्तान पश्चिम बंगाल में हर दूसरे दिन ऐसी घटना सामने आ जाती है, जिसमें हिंदुओं को परेशान या धार्मिक स्थलों पर तोड़-फोड़ की गई हो। पश्चिम बंगाल में लव जिहाद की घटनाएं दिनों बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच लैंड जिहाद का मुद्दा भी तेजी से चर्चा में बढ़ रहा है। आलम यह है कि मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जे किए जा रहे है।
पश्चिम बंगाल में हर दूसरे दिन ऐसी घटना सामने आ जाती है, जिसमें हिंदुओं को परेशान या धार्मिक स्थलों पर तोड़-फोड़ की गई हो। पश्चिम बंगाल में लव जिहाद की घटनाएं दिनों बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच लैंड जिहाद का मुद्दा भी तेजी से चर्चा में बढ़ रहा है। आलम यह है कि मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जे किए जा रहे है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मंदिर की जमीन हथिया कर उस पर कब्रिस्तान बना दिया गया है। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के नदिया में माता के मंदिर की जमीन हथियाई गई है। आरोप है कि जब कोरोना वायरस संक्रमण से पूरा देश जूझ रहा था और लॉकडाउन लगाया गया था, तब वहाँ मंदिर की 30 बीघा जमीन हथिया कर उसे कब्रिस्तान में बदल दिया गया। स्थानीय मुस्लिम समाज पर जमीन के अवैध कब्जे का आरोप लगा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों समुदाय में जमीन के इस टुकड़े को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ। हिंदू समाज इस जमीन को सरकारी बता रहा है तो वहीं मुस्लिम समाज इसके पुख्ता कागज होने की बात कर रहा, लेकिन कागज दिखाने की बात की गई तो मुस्लिम समाज ने इससे इनकार कर दिया। जिसे लेकर दोनों पक्षों में भारी आक्रोश का माहौल है।
कहा जा रहा है कि जबरन भूमि पर कब्ज़ा करने के प्रयास पूरे पश्चिम बंगाल के कई इलाके में चल रहा है। मारपीट में लाठियाँ भी चलीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहाँ बाउंड्री बना दी गई है। मुस्लिमों ने गेट लगा दिया है। यहाँ पहले कोई कब्रिस्तान था ही नहीं। बाउंड्री की वजह से आम जन का आना जाना बंद हो गया है।
अब मुस्लिम समाज पर आरोप लग रहा कि वहां पर नकली कब्रें तैयार की गईं ताकि उस जमीन पर कोई और कुछ न कर सके। साथ ही बाउंड्री खड़ी कर के गांव का रास्ता रोक दिया। हिंदुओं का कहना है कि उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। अपने ही गाँव में उनकी नाकाबंदी कर दी गई है। ये हिन्दुओं की जमीन है जहाँ सावन में मेला लगता था और पूजा होती थी। लेकिन लॉकडाउन में जोर-जबरदस्ती से किए गए कब्जे के कारण अब वहाँ हिन्दू जा ही नहीं सकते।
प्रशासन पर लगा मिली भगत का आरोप
स्थानीय लोगों का कहा कि यहां पर कब्रिस्तान कभी नहीं था। यहां नकली कब्रें बनाई गई है। हिंदू समाज का कहना है कि अगर यहां रास्ता बंद कर दिया जाएगा तो उन्हें यहां से पलायन करना पड़ेगा। कुछ लोगों ने प्रशासन पर मिली भगत का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यहां पर मिट्टी का घर था। यहां पर जबरन नकली कब्रस्तान बनाया गया है।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Friday, 19 March 2021