- नन्दगांव से 700 हुरियारे बरसाना आएंगे होली खेलने
- सूर्यास्त तक बरसाना में होगी लठामार होली
बरसाना। बरसाना में आज शाम पांच बजे से सुप्रसिद्ध लठामार होली होगी। जिसकी तैयारियां बरसाना के गोस्वामी और सखियों के साथ नन्दगांव के गोस्वामी और हुरियारों ने कर ली है। आज से साऐ पांच हजार साल पहले द्वापर युग की होली परंपरा के साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग बरसाना पहुंच रहे हैं। इस बार मंदिरों के गोस्वामियोें ने होली का कुछ खास इंतजामात किए हैं।
बरसाना के गोस्वामीजनों के अनुसार इस बार शाम करीब साढे चार बजे से होली की शुरुआत राधारानी मंदिर के चौक से शुरु होगी। यहां समाजियोें पर गुलाल बरसाया जाएगा। इसके लिए राधारानी मंदिर में 50 कुंटल गुलाल और चार कुंटल टेसू के फूल लाए गए हैं। बरसाना से ढाल, पगड़ी, रंग और पिचकारी लेकर हुरियारे आएंगे।
नन्दगांव के नन्दभवन से बरसाना के लिए करीब 700 हुरियारे आएंगे। बरासना के राधरानी मंदिर से पहले उनका स्वागत बरसाना के गोस्वामीजन प्रिया कुण्ड पर करेंगे। यहां ठंडाई और भांग पीने के बाद वह सुदामा चौक से राधारानी मंदिर पहुंंगे। यहां बरसाना और नन्दगांव के गोस्वामीजन पारंपरिक शैली में समाज गायन करते हुए मंदिर से रंगीली गली पहंचेंगे। इस बीच गुलाल भी बरसाया जाएगा। इसके पश्चात नन्दगांव के हुरियारे कवि अष्टछाप के पदों के साथ होली के रसियाओं का गायन करेंगे। तभी बरसाना की हुरियारिनें सोलह श्रृंगार कर भाव नृत्य करेंगी। इसके पश्चात हुरियारिनें नन्दगांव के हुरियारों पर लठ मारेंगी। हुरियारे उनके आगे बैठकर ढालों से लठों का सामना करेंगे। बरसाना की की सुप्रसिद्ध होली शाम से शुरु होकर सूर्यास्त होने तक खेली जाएगी।
दीपक गोस्वामी ने बताया कि नन्दगांव के हुरियारे अपने साथ नन्दभवन से झंडा लेकर आएंगे। यह झंडा भगवान कृष्ण का स्वरुप होगा। जहां-जहां हुरियारे होली खेलेंगे झंडा उनके साथ रहेगा। बरसाना में लठामार होली खेलने क बाद यह झंडा का नन्दगांव के हुरियारे अपने साथ नन्दगांव के नन्दबाबा के भवन में ले जाएंंगे।