प्रतियोगिताओं से प्रतिस्पर्धा ही नहीं बढ़ता है सद्भावः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल
मथुरा। कोरोना संक्रमणकाल में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए न केवल आनलाइन शिक्षा के प्रबंध किए गए बल्कि उनके सम्पूर्ण मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए तरह-तरह की प्रतियोगिताएं भी कराई गईं। छात्र-छात्राओं ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए अपनी प्रतिभा का शानदार आगाज किया। गुरुवार को विजेता छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में कोरोना संक्रमण के दौर में शिक्षा के साथ ही कई तरह की प्रतियोगिताएं भी आनलाइन कराई गईं। काइट मेकिंग, हिन्दी, अंग्रेजी व संस्कृत कविता वाचन, स्टोरी टेलिंग, कार्ड मेकिंग, डांस, वाद-विवाद, योगा आदि प्रतियोगिताएं कराई गईं। इन प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को विद्यालय प्रबंधन द्वारा गुरुवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सम्मानित किया गया।
आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा देने के साथ ही उनका सम्पूर्ण बौद्धिक विकास करना भी है। प्रतियोगिताएं बच्चों में जहां प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करती हैं वहीं उनके बीच आपसी सद्भाव को भी बढ़ाती हैं। डॉ. अग्रवाल ने सभी विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
स्कूल के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजयी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इंसान को विषम से विषम परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। राजीव इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के साथ ही बच्चों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास को प्रतिबद्ध है। श्री अग्रवाल ने बच्चों का आह्वान किया कि वे पढ़ाई के साथ ही विद्यालय द्वारा जो भी प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं, उनमें भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करें। प्रतियोगिताओं में जीतने से कहीं अधिक सहभागिता करना महत्वपूर्ण होता है। श्री अग्रवाल ने शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि बच्चे सफेद कपड़े की तरह होते हैं, जिन्हें जिस रंग में रंगना चाहें रंग सकते हैं।