वृंदावन। मथुरा में कोरोना पैर पसारने लगा है। पिछले 24 घंटों में 28 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी है। वहीं शासनादेश को दरकिनार कर जिला प्रशासन द्वारा वृंदावन कुंभ के सांस्कृतिक पांडाल में गीता वृंदावन कुंभ मंथन का आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें जिले भर से सैकड़ों शिक्षको को बुलाया गया है,जिसमें कोरोना की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई गई।
मथुरा जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या हर दिन बढती जा रही है। प्रदेश सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है। जिसमें सार्वनिक स्थलों पर लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाने के साथ ही समारोह और आयोजनों के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने ही आज शनिवार को वृंदावन कुंभ स्थल में बने सांस्कृतिक मंच पर बड़े स्तर पर गीता वृंदावन कुंभ मंथन का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। जिसमें जनपद के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों को शामिल होने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सैकड़ों की संख्या में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से शिक्षक सांस्कृतिक मंच पर जमा हाने लगे। काबिलेगौर बात यह है कि जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे इस कार्यक्रम में कोविड-19 की गाइड लाइन की सभी नियमों को ताक पर रखा गया है। न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही सेनोटाइजेशन, और फेस मास्क लगाया जा रहा है। बड़े स्तर पर किए जा रहे इस कार्यक्रम में शासन के आदेशों को भी ताक पर रखा जा रहा है। जबकि शुक्रवार को बरसाना के कमई गांव में एक महिला को दक्षिण अफ्रीका का कोरोना स्टे्रैन पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग जहां बढते कोरोना और स्ट्रैन पाए जाने से हरकत में आया है , वहीं जिले के अधिकारी महामारी की अनदेखी कर रहे हैं और सैकड़ों शिक्षकों को भी खतरे में डाल रहे हैं।