बरसाना। रंगीली गली के मुहाने पर व लठामार होली के वीवीआईपी चौक पर स्थित टांटिया हवेली की तीसरी मंजिल पर स्थित गुम्बद अचानक भरभरा कर गिर गई। राहगीर और दुकानदार बाल-बाल बचे। ऊपर से इमारत का मलबा गिरते देख राहगीर व दुकानदारों ने भाग कर जान बचाई। गनीमत रही कोई जन हानि नहीं हुई।
कस्बे के सबसे व्यस्ततम बाजार एवं रंगीली गली के मुहाने व लठामार होली के वीवीआईपी चौक पर बनी सैकड़ों वर्षों पुरानी टांटिया हवेली के द्वार के ऊपर तीसरी मंजिल पर बनी छोटी कोठरी नुमा गुम्बद अचानक गिर गई। जिसके नीचे ढकेल लगाकर कचौड़ी बेचने वाला युवक व हवेली के गेट के पास के दुकानदारों में भगदड़ मच गई। हवेली गिरने की सूचना पर गांव वाले घटना स्थल पर पहुंचने लगे। सभी एक दूसरे से यह पूछते नजर आए की इसके नीचे किसी के चोट तो नहीं आई।
कई नोटिसों के बावजूद फिर भी अमल नहीं
बरसाना। बीते दिनों बरसाना की सुप्रसिद्ध लठामार होली पर नगर पंचायत, पुलिस विभाग ने अनेकों बार जर्जर इमारत होने के कारण नोटिस दिए किन्तु विवादित हवेली के कारण इसको दोनों पक्षों में से किसी ने भी इसे जन सुरक्षा की दृष्टि से गिराने की जहमत तक नहीं उठाई, न ही इसकी मरम्मत कराई गई।
प्रशासन भी बड़े हादसे होने का कर रहा इंतजार
बरसाना। प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों से जांच कराकर लठामार होली पर रंगीली चौक के पास की सभी सैकड़ों वर्षों पुरानी इमारतों को जर्जर घोषित कर जन हानि रोकने के लिए हर वर्ष नोटिस देकर जिला प्रशासन , नगर पंचायत और पुलिस प्रशासन इतिश्री कर देता है। अभी तक कोई ठोस कदम तक नहीं उठाए हैं।
हवेली आस पास के दर्जनों मकानों को भी खतरा
बरसाना। इन इमारतों के आस पास दर्जनों मकान बने हैं, उनमें सैकड़ों लोग रहते हैं। इन जर्जर इमारतों राह चलते राहगीरों व पास के मकानों में रहने वाले सैकड़ों लोगों की जिंदगी खतरे में है। प्रशासन को चाहिए इन इमारतों को गिराने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।