मथुरा। जन जन की है, यही पुकार, निर्मल हो यमुना की धार”,”घर घर अलख जगाएंगे ,यमुना को अविरल कराएंगे” जैसे निर्मल एवं अविरल यमुना के लिए जोश भरे नारों के साथ प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर के तत्वावधान में खुशिमठ खरसाली से प्रारंभ हुई कलश पदयात्रा गुरु द्रोणाचार्य की जन्म स्थली दनकौर पहुंची। गांववासियों ने पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यात्रा का स्वागत किया।
यात्रा संयोजक एवं यमुना भक्त रणजीत महेश पाठक के नेतृत्व में गुरु द्रोणाचार्य की जन्मस्थली दनकौर जिला गौतमबुद्धनगर से चलकर श्री दाऊजी मन्दिर जेवर पहुंची जहां दाऊजी मन्दिर प्रबंध समिति जेवर के अध्यक्ष और ब्राह्मण महासंघ के संरक्षक ओ पी शर्मा के नेतृत्व मैं जेवर तहसील पर स्वागत किया। स्वय यमुना कलश डोली की सेवा करते हुए पदयात्रियों और स्थानीय जन समुदाय के साथ दाऊजी मन्दिर पहुंचे, जहा मध्यान विश्राम के पश्चात शाम 4बजे मां यमुना सहत्राचार्ण व मां यमुना के शुध्दीकरण की कामना के साथ महामृत्युुंज्य जप किया।

मंदिर प्रांगण में नवनिर्मित परशुराम भगवान के मंदिर पर यमुना संकीर्तन व सामूहिक यमुनाष्टक का पाठ किया कार्यक्रम की समाप्ति पर प्रॉजेक्ट आत्मनिर्भर के संस्थापक रंजीत पाठक ने लोगों को मां यमुना की अविरलता और शुद्धिकरण के साथ पर्यावरण के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आव्हान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी ओपी शर्मा ने मां यमुना के लिए कदम से कदम मिलाने का आश्वासन दिया। कलश पदयात्रा का स्वागत करने बालों में बनवारी लालजी, यत्तु शर्मा, दिग्विजय,हरीश शर्मा, रघुनंदन, राम शर्मा, सुखवीर उर्फ सिक्को,मानवेंद्र,पप्पू,विकास शर्मा आदि प्रमुख थे

पदयात्रा में आयुष नारायाण , मौनु पंडित, ममलेश उनियाल, संजय चतुर्वेदी, मनसुख जुलजूल, धरमदास, दिलीप उनियाल,सुरेंद्र चतुर्वेदी, लव चतुर्वेदी,आयुष मान्यवर, प्रवेश उनियाल, सुनील उनियाल, सौरभ उनियाल आदि उपस्थित थे।