मथुरा। कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में शहर के सिटी हॉस्पीटल के डॉक्टर एक बार फिर मरीजों के लिए भगवान साबित हुए। जहां कोरोना काल में अस्पताल एक्सीडेंट केस और अन्य मर्ज के मरीजो को लेने से इनकार कर रहे हें। वहीं सिटी हॉस्पीटल के डॉक्टरों की टीम ने बिना समय गवांए उन्हें एडमिट कर ऑपरेशन किया और नई जिंदगी दी। कोरोना काल में उपचार के लिए भटक रहे मरीज और तीमारदार डॉक्टरों का धन्यवाद करते नहीं थक रहे हैं।
इस हॉस्पीटल में गत दिनों चार लोग एक्सीडेंट के आए थे और दो लोग ब्रेन हेमरेज के आए थे। इन रोगियों के परिवार वालों को कोरोना संक्रमण के कारण बहुत भय लग रहा था कि आखिर कैंसे इलाज होगा। मन में तमाम प्रश्न और शंका थी। इसके पीछे कोरोना काल में कई हॉस्पीटलों के डॉक्टर इस तरह के रोगियों को भरती करने से परहेज कर रहे थे। लेकिन सिटी हॉँस्पीटल के एएमडी डॉक्टर गौरव भारद्वाज ने बड़ा दिल दिखाया और कहा कि इस संकटकाल में हम रोगियों को नहीं देखेंगे तो कौन देखेगा। रोगियों के तीमारदारों को भगवान पर भरोसा रखने के लिए कहा।
डॉक्टरों की टीम ने एक्सीडेंट में घायल और बे्रन हेमरेज के रोगियों को ऑपरेशन करके उन्हें नई जिंदगी दे दी। मरीज और उनके तीमारदार जब इलाज कराकर सिटी हॉस्पीटल से घर लौटे तो वह डॉक्टरों को बार-बार धन्यवाद दिए बिना नहीं रह सके। डॉक्टरों की टीम में डा. पंकज शर्मा, डा. प्रेमपाल, डा. अभिषेक चौधरी एवं डा. निर्विकल्प अग्रवाल शामिल हैं।