वृंदावन। श्री हनुमतावतार सन्त नींव करोरी बाबा के कनिष्ठ पुत्र धर्मनारायण शर्मा बाबूजी का सोमवार की दोपहर दिल्ली के एक निजी अस्पताल में देहावसान हो गया। देर सायं वृन्दावन के यमुना तट पर बाबूजी का अंतिम संस्कार शोकाकुल माहौल में किया गया।
परम वैष्णव सन्त नींव करोरी महाराज के कनिष्ठ पुत्र धर्मनारायण शर्मा बाबू जी विगत काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। हालत नाजुक होने पर परिजनों द्वारा बाबूजी को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां सोमवार की दोपहर बाबूजी ने श्री राम नाम का उच्चारण करते हुए 81 वर्ष की अवस्था मे अंतिम सांस ली।
उनके देहावसान का समाचार मिलते ही बड़ी संख्या में भक्तजन व शुभचिंतक परिक्रमा मार्ग स्थित बाबा नीवं करोरी आश्रम पहुंच गये। इधर दिल्ली से बाबूजी के पार्थिव शरीर को पहले आश्रम परिसर लाया गया। जहां से अंतिम यात्रा यमुनातट पर पहुँची। जहां उनका अंतिम संस्कार शोकाकुल माहौल में कर दिया गया। श्री शर्मा के गोलोकवास पर नगर की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। यहां ज्ञात रहे कि बाबूजी शुरू से ही धार्मिक प्रवत्ति के रहे है।
उत्तरप्रदेश सरकार में वनविभाग के अधिकारी पद से सेवानिवृत्त होने के उपरांत बाबूजी ने अपना संपूर्ण जीवन आश्रम की सेवा में समर्पित कर दिया। बाबूजी ने अपने पीछे पांच पुत्रियों व दामाद का भरापूरा परिवार छोड़ा है।