Monday, April 21, 2025
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झोपड़ी में रहकर मजदूरी करने वाला बना प्रधान, 10 साल से भटकने पर भी नहीं मिला पीएम आवास

इटावा। जसवंतनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत रायनगर में मतदाताओं ने एक ऐसे व्यक्ति को प्रधान चुना है जो पिछले 10 वर्षों से प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए भटक रहा था। इस बार उसने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जनता ने चुनाव जीता दिया। अब राजकुमार खुद दूसरों को आवास आवंटित करने की स्थिति में आ गए।

इस चुनाव में राजकुमार को 794 वोट मिले और 294 वोटों के अंतर से उन्होंने जीत हासिल की। राजकुमार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मेहनत मजदूरी करके किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। उनके पास आवास नहीं है, कई बार विभिन्न योजनाओं में आवास देने के लिए ग्राम प्रधान व अधिकारियों से गुहार लगाई, कार्यालयों के चक्कर लगाते-लगाते उनकी चप्पल घिस गई लेकिन आवास नहीं मिला।

इस बार इस सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया, तो राजकुमार ने चुनाव के लिए पर्चा भरा। मतदाताओं ने भी उनका साथ दिया और उन्हें चुनाव जीता कर ग्राम प्रधान बना दिया। अभी तक अपनी चार बेटियों और दो बेटों के साथ किसी तरह झोपड़ी में गुजारा करने वाले राजकुमार अब गांव के प्रधान बन गए। गांव के रहने वाले रामभरोसे शाक्य, राम सिंह पाल, महावीर शाक्य, सुधीर शाक्य, अजब सिंह शाक्य आदि ने उनकी विजय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे जनता जनार्दन की जीत बताया है।

टला प्रधानों का शपथ ग्रहण

पंचायतीराज विभाग से मिल रही जानकारी के मुताबिक नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के लिए जो प्रस्ताव मुख्यमंत्री ऑफिस को भेजा गया था उसे लौटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में फैले कोरोना संक्रमण की वजह से फिलहाल सभी कार्यक्रम रोक दिए गए हैं।

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