गाजीपुर। दिलदारनगर नगर थाना क्षेत्र के उसिया गांव में शनिवार (15 मई) तड़के पारिवारिक कलह के चलते सिपाही ने पत्नी और सात बच्चों पर धारदार हथियार से वारकर दिया। इसके बाद खुद ने भी ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। घायल पत्नी की उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। वहीं तीन मासूमों की हालत नाजुक बनी हुई है। परिजनों के बिलखने से गांव में मातम पसरा हुआ है। घटना से क्षे्रत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है।
उसिया गांव निवासी मुंशी यादव (42) प्रयागराज में तैनात था। उसका स्थानांतरण बीते जनवरी माह में फतेहपुर हुआ था। वह वहां पुलिस लाइन में आमद कराकर बीमारी दिखाकर बीते 5 जनवरी से ही मेडिकल लीव पर छुट्टी लेकर घर आ गया था। वह अपने परिवार के साथ रात में छत पर सोया था।
भोर में किसी बात को लेकर पत्नी रीना देवी(38) से कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आए सिपाही ने अपनी पत्नी के सिर और गले पर धारदार हथियार से वारकर कर दिया। चीखने की आवाज सुनकर पुत्री नेहा(16), रीतू(13), नीतू (10) और वर्षा (8)की नींद टूट गई। उनके शोर मचाने से पूर्व सिपाही ने धारदार हथियार से हमलाकर उन्हें भी लहूलुहान कर दिया। इसके बाद सो रही पुत्री सुधा (6), कृष्णा (2) और श्याम (7) के ऊपर भी जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आरोपी के बड़े भाई की पत्नी जैसे ही घटनास्थल पर पहुंची। सभी को लहूलुहान देखकर बेहोश होकर गिर पड़ी।
आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े और वारदात की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जहां पत्नी रीना देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं सुधा, कृष्णा और श्याम की हालत नाजुक बनी हुई है। इधर वारदात को अंजाम देकर आरोपी सिपाही मुंशी यादव ने ककरही डेरा के सामने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं घटना के बाद से परिजनों के बिलखने से गांव में मातमी सन्नाटा फैला हुआ है। थानाध्यक्ष कमलेश पाल ने बताया कि घटना का कारण प्रथम दृष्ट्या पारिवारिक कलह सामने आ रहा है। वैसे मामले की छानबीन की जा रही है।