नई दिल्ली। रविवार सुबह चक्रवाती तूफान टाक्टे गोवा तट से टकराया है। पणजी में भी इसका असर देखा गया। चक्रवाती तूफान के और जोर पकड़ने की आशंका के चलते गुजरात को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रविवार को ही इसके मुंबई से भी गुजरने की आशंका है। कर्नाटक में हुई तेज बारिश की वजह से 4 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कुल 73 गांव इससे प्रभावित हुए हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक भारी बारिश व पेड़ गिरने से गोवा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस प्रकार अब तक साइक्लोन टाक्टे के कारण 5 लोगों की जान गई है।
गोवा में मुसलाधर बारिश कई पेड
रविवार सुबह ये तूफान गोवा के समुद्री तट से टकरा गया। यहां समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। गोवा के तट पर तेज हवाओं के साथ-साथ मूसलाधार बारिश भी हो रही है। यहां कई पेड़ भी सड़क पर गिर गए हैं। चक्रवात ‘टाक्टे’ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है।
तूफान को लेकर इन राज्यों में अलर्ट जारी
टाक्टे को लेकर कई राज्यों में अलर्ट जारी है। एक तरफ जहां कर्नाटक में साइक्लोन के बीच तेज बारिश की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई और राज्य में कुल 73 गांव चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए हैं। वहीं महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग और रत्नागिरि जिलों के साथ गोवा ज्यादातर बारिश और तेज हवाओं से प्रभावित होगा। हवा की गति लगभग 60 से 70 किमी प्रति घंटे होगी। तूफान ‘टाक्टे’ के कारण दक्षिणी राजस्थान के जोधपुर, उदयपुर, अजमेर व कोटा संभाग के जिलों में आंधी और बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने खुद संभाली कमान, राज्यों को दिया मदद का भरोसा
कर्नाटक से लेकर गुजरात तक चक्रवात के कहर के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने खुद आपदा नियंत्रण की कमान संभाली है। शाह ने रविवार दोपहर महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई प्रदेशों के अधिकारियों और मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की है। गृहमंत्री अमित शाह ने वर्चुअल बैठक में सभी राज्यों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है। इसके अलावा यह भी बताया है कि एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमों को भी जरूरत पड़ने पर भेजा जा सकता है। टाक्टे साइक्लोन पर अमित शाह ने बैठक के दौरान कहा है कि कोरोना मरीजों को समस्या ना आने दी जाए। तूफान से अगर बिजली सप्लाई पर असर पड़ता है तो अस्पताल बैकअप प्लान तैयार रखें।