नई दिल्ली। दुनिया में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का तांडव जारी है। रोजाना लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। हजारों लोग महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं। इसी बीच वैज्ञानिकों ने ऐसा बयान दिया है जिसे सुनकर सभी सतके में आ गए हैं। उनका कहना है कि बहुत जल्द लोग कोरोना के दो और वायरस की चपेट में आकर संक्रमित हो सकते हैं। यह घरेलू जानवरों से भी फैल सकता है।
कुत्तों से इंसानों में ट्रांसफर हुआ वायरस
यूनिवर्सिटी ऑफ आईओवा के वायरोलॉजिस्ट स्टैनले पर्लमैन ने अपनी स्टडी में बताया कि कुछ साल पहले मलेशिया में 8 बच्चे बीमार हुए थे, जिन्हें निमोनिया की शिकायत थी। जब अस्पताल में इनका सैंपल जांच किया गया तो पता चला कि वो एक नए कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जो कुत्तों में पाया जाता है। ये बात भले ही पुरानी है, लेकिन अब भी वैश्विक स्तर पर लोगों के लिए खतरा बना हुआ है।
इंसान की जीनोम जांच में मिले 4 वायरस
वैज्ञानिकों की जांच में ये भी पता चला है कि वायरस किसी भी इंसान या जीव में खुद को म्यूटेंट करने की क्षमता रखता है। इसके बारे में और जानने के लिए जब वैज्ञानिकों ने मलेशिया के एक मरीज में मिले कोरोना वायरस के जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच की तो पा चला कि यहां पर 4 कोरोना वायरस मौजूद हैं। इसमें से दो कुत्तों में पाए जाते हैं. जबकि तीसरा बिल्ली में और चौथा एक सुअर में। इस संबंध में कई मीडिया रिपोट्र्स भी अब तक छप चुकी हैं।
दो नए कोरोना वायरस के नाम क्या हैं?
कोरोना वायरस किस तरह एक प्रजाति के जीव से दूसरी प्रजाति के जीव में प्रवेश कर रहा है, इसकी जांच अभी पूरी नहीं हो पाई है। लेकिन वैज्ञानिकों ने जो कैनाइनलाइक कोरोना वायरस और फैलाइन कोरोना वायरस खोजे हैं, जिनसे लोगों के संक्रमण की खबर तो आई है, लेकिन क्या से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल रहे हैं इसकी पुष्टि वैज्ञानिकों ने नहीं की है।
रेप्लिकेट कर सकता है कुत्तों वाला कोरोना वायरस
पहली रिपोर्ट में शोधकर्ता और ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी वूस्टर की वेटरीनरी वायरोलॉजिस्ट एनस्तेसिया व्लासोवा ने कहा कि कुत्तों में पाया जाने वाला कोरोना वायरस इंसानों में रेप्लीकेट यानी खुद को बढ़ा सकता है। हमने इस वायरस को कुत्तों के ट्यूमर सेल्स में विकसित किया है।