- प्रकृति फाउंडेशन ने दिया इंडियन बुक अवार्ड
- कविता के माध्यम से वीरेंद्र पाल सिंह ने मजदूरों के बयान किया था
- इंडियन बुक ऑफ अवार्ड के साथ वीरेंद्र पाल सिंह
बरसाना। कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन पर अनमोल जीवन का लक्ष्य (मानवता) पर हिंदी में कविता लिखने पर तरोली जनूवी के वीरेंद्र सिंह ने इंडिया बुक रिकॉर्ड व विश्व रिकॉर्ड बनाया है। जिसके चलते वीरेंद्र पाल सिंह को प्रकृति फाउंडेशन द्वारा अवार्ड दिया गया।
जनपद मथुरा के तरोली जनूवी निवासी वीरेंद्र पाल सिंह ने लॉक डाउन व कोरोना पर अनमोल जीवन का लक्ष्य (मानवता) पर हिंदी में कविता लिखी। इस कविता में वीरेंद्र पाल सिंह ने 19500 शब्दों का चयन कर अबतक की सबसे बड़ी कविता लिखने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। जिसके चलते प्रकृति फाउंडेशन द्वारा 14 अप्रैल को वीरेंद्र पाल सिंह कि कविता का चयन कर इंडियन बुक रिकॉर्ड व विश्व रिकॉर्ड में चयन कराया। जिसके चलते इंडियन बुक रिकॉर्ड द्वारा वीरेन्द्र पाल सिंह को अवार्ड प्रदान किया गया।
कविता शीर्षक में वीरेंद्र पाल सिंह ने लॉक डाउन पर अपने घर पलायन कर रहे मजदूरों के दर्द को बयान किया। वीरेंद्र पाल सिंह को अवार्ड मिलने पर स्थानीय लोगों ने हर्ष जताया। जिसमें डॉ हरसरन, विक्की अग्रवाल, मुकेश, टीकम सिंह आदि ने बधाई दी।