मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में ‘‘पेटेंट और कॉपीराइट” तथा ‘‘डिजाइन थिंकिंग‘‘ पर वेबिनार का आयोजन आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग उ.प्र. सरकार, एनएसटीइडीबी भारत सरकर नई दिल्ली एवं इंस्टीट्यूशन इनोवेशन सेल मिनिस्टरी ऑफ एचआरडी के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। लेक्स प्रेक्सिस के पार्टनर एवं कॉर्पोरेट और वाणिज्यिक मामलों के विशेषज्ञ अभिज्ञान एम ने छात्रों को प्रोजेक्ट की सरुक्षा तथा एसएमई बोर्ड सदस्य ऑर्बिटशिफ्ट के संस्थापक डिजाइन थिकिंग विशेषज्ञ साईं कुमार चंद्रन ओर ब्लूनेक्स के संस्थापक/सीईओ नमन भटनागर ने डिजाइन थिकिंग के महत्वपूर्ण पहलुआें पर चर्चा की गई।
पेटेंट और कॉपीराइट विशेषज्ञ अभिज्ञान एम ने कहा कि आविष्कारक द्वारा तैयार किसी प्रोटोटाइप को सुरक्षित रख सकें एवं कॉपीराइटइस के लिए पेटेंट कराना अति आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में कॉपीराइट मुद्दों के कारण आजकल अपने प्रोजेक्ट की सुरक्षा एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हम घर खरीदने पर उसकी रजिस्ट्री करते है और उसके मालिक बन जाते है, उसी प्रकार पेटेंट और कॉपीराइट हमारे अधिकारों की सुरक्षा करते हैं।
इसी दौरान डिजाइन थिकिंग पर वेबिनार का आयोजन हुआ। एसएमई बोर्ड सदस्य ऑर्बिटशिफ्ट के संस्थापक डिजाइन थिकिंग विशेषज्ञ साईं कुमार चंद्रन ओर ब्लूनेक्स के संस्थापक/सीईओ नमन भटनागर ने अपने अनुभवों एवं व्यवसायिक दृष्टिकोण से रियलिटी चेक थिंकिंग के बारे में अधिक फोकस करके काम करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि कंपनी के भविष्य के लिए डिजाइन सोच महत्वपूर्ण है। यह मूल रूप से उपयोगकर्ता के विकास पर केंद्रित है। एक उद्यमी होने के नाते और लगभग 5 वर्षों तक प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने के बाद वह व्यावसायिक रणनीतियों, डिजाइन, तकनीक, बिक्री और विपणन में गहराई से शामिल होना पसंद करता है।
कार्यक्रम की शुरूआत से पूर्व न्यूजेन आइईडीसी के चीफ कॉर्डिनेटर डॉ. मनोज कुमार ने न्यूजेन आइईडीसी के एडवाइजरी बोर्ड मेंबर सत्येंद्र कुमार को श्रद्धांजलि दी और उनके प्रयासों के बारे में सभी को जानकारी दी। तत्पश्चात् सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए छात्र-छात्राओं से उनका परिचय कराया। इसके बाद छात्रों को कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।
उपरोक्त जानकारी देते हुए कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार एवं स्टार्टअप लांचपैड के सहायक प्रबंधक अभिषेक गौतम ने बताया डिजाइन थिंकिंग” और पेटेंट और कॉपीराइट पर वेबिनार के माध्यम से जागरुकता फैला कर छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया जाना ही इस वेबिनार का उद्देष्य है। इस वेबिनार में कुल 200 से अधिक प्रतिभागियों के साथ-साथ ई-सेल की समस्त टीम ने प्रतिभाग किया।
जीएलए मैनेजमेंट की टीम में डीन ऐकडेमिक अफेयर्स प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, सह निदेशक पुष्कर शर्मा, नितिन कुकरेजा, अजितेस कुमार, डॉ. उमेश चतुर्वेदी एवं शिवम भारद्वाज के सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया जा सका।