लखनऊ। बंगाल की खाड़ी में सक्रीय हुए चक्रवाती तूफान यास उत्तरप्रदेश में भी तबाही मचा सकता है। इस साइक्लोन के कारण प्रदेश के 27 जिलों में 28 मई तक भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन को इस संबंध में अडवाइजरी जारी करते हुए सरकार ने अलर्ट रहने एवं जरूरी इंतजामात करने को कहा है।
इन जिलों में तेज बारिश के साथ चल सकती है तेज हवाएं
राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार से पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में चमक गरज के साथ बारिश हो सकती है। लखनऊ शहर में गुरुवार से मौसम बदल सकता है। लखनऊ के अलावा प्रदेश के मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, संभल, बदायूं, कासगंज, बहराइच, गोंडा, बाराबंकी, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, अयोध्या, सुलतानपुर, अमेठी, आंबेडकरनगर, मऊ, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, संत कबीर नगर, महाराजगंज और जौनपुर जिले में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मॉनसून के लिए बन सकती है अनुकूल परीस्थिति
अमौसी स्थित आंचलिक मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने यास चक्रवात का प्रभाव प्रदेश में भी दिखाई पड़ेगा। इससे बारिश और तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है। मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि इससे मॉनसून के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन सकती हैं।
‘यास’ की तैयारियों की शाह ने की समीक्षा
केन्द्र सरकार लगातार यास को लेकर गंभीर है। एक के बाद एक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों के साथ तैयारियों का जायजा लिया। शाह ने विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल से भी बातचीत की। भारत के तटीय हिस्से में यास के कारण ज्यादा बारिश की संभावना है, जिसे देखते हुए राहत टीमों को ऐसे राज्यों में भेजा जा रहा है।