मथुरा। प्रदेश में अनलॉक होते ही सुप्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर सहित मथ्ुारा, गोवर्धन, दाऊजी के प्रमुख मंदिरों के पट खुले। स्थानीय भक्तों के साथ देश के अन्य शहरों से आए श्रद्धालुओं ने भी दर्शन किए। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं को प्रवेश देने से थर्मल स्कैनिंग की और सेनेटाइज किया। मंदिरों में कोविड के प्रोटॉकॉल का विशेष ख्याल रखा गया।

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म स्थान मंदिर के दर्शन अपने निर्धारित समय पर खुुले। वहीं पुष्टिमार्गीय द्वारकाधीश मंदिर के पट खुले। स्थानीय भक्तों ने अपने चितपरिचित अंदाज में अपने लाड़ले ठाकुर को रिझाने के लिए पदों और भजनों गायन किया और नयनाभिराम दर्शन किए। मंदिर प्रबंधन ने गेट से लेकर दर्शन करने तक श्रद्धालुओं पर नजर बनाए रखी और कोविड के नियमों का पालन कराया। गेट पर टेंम्प्रेचर मापा गया। सेनेटाइज किया गया। मुंह पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग भी ध्यान रखा गया। अनलॉक होने के पहले दिन मंदिर में आने वाले लोग सामान्य दिनों से कम देखे गए ।

वृंदावन में बाँकेबिहारी मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित समय पर पौने आठ बजे खोल दिये गए। मन्दिर के द्वार खुलते ही भक्तों के चेहरे पर खुशी छा गयी । भक्त अपने आराध्य के दर्शनों के लिए सुबह से ही लंबी लाइन में लग गए। एक-एक कर श्रद्धालु प्रभु दशर््न के लिए मंदिर में प्रवेश कर रहे थे।

भक्त कोरोना नियमों का पालन कर रहे थे । सभी ने मास्क लगा रखा था तो सोशल डिस्टनसिंग भी बनाये रखी । मन्दिर प्रबंधन ने एक समय मे मन्दिर के अंदर 5 लोगों को ही प्रवेश कराया । मन्दिर के निजी सुरक्षा कर्मी श्रद्धालुओं को कतारबद्ध हो कर प्रवेश करा रहे थे ,वहीं सभी को सेनेटाइज टनल से निकाला जा रहा था । भक्त कोरोना के डर के बीच भगवान के दर्शन को आतुर नजर आए। लिहाजा उन्होंने सभी नियमों का पालन बखूबी किया।

वहीं गोवर्धन में मंगलवार को गोवर्धन गिरिराज नगरी के धार्मिक स्थल और प्रतिष्ठानों के खुलने से बाजारों में रौनक बढ़ गई। गोवर्धन दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारबिंद मंदिरों के द्वारा आम भक्तों के लिए खोले गए। मंदिरों में पहले स्थानीय लोग अपने आराध्य के दर्शन करने पहुंचे। इसके साथ ही दिल्ली, गाजियाबाद सहित अन्य शहरों से भी ठाकुरजी के दर्शन करने आए। मंदिर जय-जयकारों से गुंजायमान हो गए। मंदिर के बाहर भी प्रसादऔर फूल माला और पूजन सामग्री की दुकानों पर भी रौकन लौटी। तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोगो के चेहरे खिल उठे।