लखनऊ। यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने के बाद अब विद्यार्थियों को प्रमोट करने का आधार तय करने जा रही है। यूपी बोर्ड ने प्रदेशभर सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों एवं अभिभावक संघ के अध्यक्ष से सुझाव मांगे हैं। इसके लिए सोमवार को अपराह्न दो बजे जिले के सभी सभी जिला विद्यालय निरीक्षक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपने-अपने सुझाव शिक्षा प्रस्तुत किए जाएंगे।
यूपी के माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडे के निर्देश के मुताबिक हाई स्कूल और इंटर मीडिएट की परीक्षा निरस्त होने के बाद अब परीक्षा परिणाम किस आधार पर तैयार किया जाए। इस पर जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक, ख्याति प्राप्त शासकीय, अशासकीय, वित्तविहीन विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक तथा अभिभावक संघ के अध्यक्ष के सुझाव मांगे जा रहे हैं। जिसके लिए सोमवार का दिन तय किया गया है। सोमवार को अपराह्न दो बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुझाव प्रस्तुत किए जाएंगे। इन सुझावों के आधार पर ही यूपी बोर्ड के कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को प्रमोट किया जाएगा।
वहीं आपको बताते चलें कि कक्षा 9वीं की अंक गणना के लिए जिस प्रकार से साइट पर अपलोडिंग का कार्य चल रहा था। वह साइट अचानक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा बंद कर दी गई। ऐसे में अब सोमवार को ही निर्णय हो पाएगा कि आखिरकार किस तरह से छात्रों को प्रमोट करना है।
काबिलेगौर बात यह है कि प्राइवेट विद्यार्थियों को बोर्ड किस आधार पर प्रमोट करेगा। स्कूल स्तर पर किस तरह ऐसे छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन किया जाएगा कि वह आगे की कक्षा में प्रमोट हो जाएंगे। क्या पिछली क्लासों के प्राप्तांकों को ही प्रमोट का आधार बनाया जाएगा। यूपी बोर्ड के लिए यह एक चुनौती भरा कदम होगा।