रवि यादव
मथुरा। जिले के बड़े घोटालों में से एक छात्रवृत्ति घोटाले में जहां कई स्तर पर जांच रेंग रही है। वहीं करोड़ों के इस घोटाले में डिग्री कॉलेजोंं द्वारा हड़पी गई रकम वसूली की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। सूत्रों के अनुसार चार लाख रुपए एक आईटीआई कॉलेज से वसूल कर लिए गए हैं। जबकि अन्य 66 आईटीआई कॉलेजों को नोटिस जारी किए हैं। जिससे एक बार फिर छात्रवृत्ति घोटाले का जिन्न बोतल से बाहर निकल आया है। कॉलेजोंं में हड़कंप मचा है।
मथुरा के समाज कल्याण विभाग द्वारा शासन द्वारा विद्यार्थियों को मिलने वाली करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घोटाला में समाज कल्याण अधिकारी और कई बाबू निलंबित होने के बाद विभागीय एवं पुलिस जांच जारी है। कछुआ गति से चल रही जांच के दौरान विभाग के अधिकारी और बाबूओें ने अब मीडिया से दूरी बना ली है। अधिकारी इस मामले में जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो करीब 4लाख रुपए की की रिकवरी आईटीआई कॉलेजों से हो चुकी है, बाकी को नोटिस जारी किया जा चुका है। घोटाले में शाामिल कॉलेजों को विभाग द्वारा भेज गए नोटिस प्राप्त करने के बाद यदि अपनी राशि शीघ्र जमा नहीं की गई तो ऐसे कॉलेजां के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें इससे पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी करुणेश त्रिपाठी को दोषी मानते हुए। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निलंबित किया जा चुका है, इसके साथ ही चार अन्य कार्यालय के बाबू भी निलंबित किए जा चुके हैं। ऐसे में अब अन्य अधिकारी अपने कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं।
इस संबंध में वर्तमान समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर गुप्ता का कहना है कि शासन के निर्देश पर जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।