मथुरा। जिले में कोरोना की पहली लहर से ज्यादा दूसरी लहर जानलेवा साबित हुई है। पहली लहर की तुलना में इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मथुरा जिले में दो गुने लोगेें की मौतें हुई है। अब विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए और घातक होगी। जिसकी तैयारी शासन और प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग करने लगा है।
जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम होते जा रहे हैं। इसके बावजूद संक्रमण का खतरा बना हुआ है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी संजीदगी के साथ कार्य कर रहा है। इस बीच कोरोना संक्रमण से पहली लहर की तुलना में मथुरा वासियों के लिए संक्रमण ज्यादा जानलेवा साबित हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना की लहर में 114 लोगों की जान गई थी। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में मौत का आंकड़ा दो सौ के पार हो गया है। 224 कोरोना संक्रमितों ने अपनी जान गवाई हैं। इसके साथ ही कोरोना महामारी में अभी तक जनपद में 338 लोगों की जान गई है। इसके अलावा जिले के ऐसे कोरोना संक्रमित लोग जिनका इलाज अन्य पड़ौसी राज्यों और शहरों में हुआ है। उनका आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। जिले में अभी तक 20,189 केस कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। वर्तमान में अभी तक 166 कोरोना के एक्टिव केस है।
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. भूदेव सिंह ने बताया कि कोरोना की पहली लहर से ज्यादा घातक दूसरी लहर रही है। कोरोना महामारी की पहली लहर में 114 लोगों की जान गई थी। जबकि इसके सापेक्ष दूसरी लहर में 224 लोगों की मौत हुई है।