मथुरा। कोरोना कर्फ्यू के अनलॉक होते ही फिर से लोग कोरोना संक्रमण को लेकर बेपरवाह हा गए हैं। जहां महामारी को लेकर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम अलर्ट मोड में है। वहीं लोग कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं। काबिलेगौर बात यह है कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी बेपरवाह लोगों की अनदेखी कर रहे हैं।
मथुरा के बाजारों, मंदिरों, अस्पतालों और रोड किनारे लगने वाली रेहड़ियों पर लोग कोरोना संक्रमण से बचने के सुरक्षात्मक उपाय नहीं कर रहे हैं। न ही मुंह पर मास्क लगा रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। न ही सेनेटाइज कर रहे हैं। यह बेपरवाही फिर से मथुरा में कोरोेना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। काबिलेगौर बात यह है कि अस्पतालों में भी मरीज और उनके तीमारदार कोरोना के नियमों की पालन नहीं कर रहे हैं। उपचार के लिए रोगियों और उनके तीमारदारों की लंबी लाइन लगी है। वह सभी एकदूसरे से पहुत ही पास खड़े हो रहे हैं। जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है।
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. भूदेव सिंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। हां अब कोेरोना केस कम सामने आ रहे हैं। इसका मतलब यह है कि कोरोना महामारी खत्म हो गई है। इस समय लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत है। कोरोेना के नियमों का पालन करना ही संक्रमण से बचाव है। लोग मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और हाथों को समय-समय धोना चाहिए। इसे लेकर सख्ती की आवश्यकता है। पुलिस प्रशासन को भी कोरोना नियमों का कराने पर जोर देना चाहिए। तभी हम सभी कोरोना महामारी से जंग पूरी तरह जीत सकते हैं।