बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए कल्चरल गतिविधियां जरूरीः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित एक पखवाड़े के समर कैम्प का मंगलवार को समापन हुआ। इस समर कैम्प में कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को उनकी अभिरुचि के अनुसार कल्चरल गतिविधियों में पारंगत किया गया। छात्र-छात्राओं ने शिविर को उपयोगी बताते हुए उसकी जमकर प्रशंसा की।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल की एकेडमिक कोऑर्डिनेटर प्रिया मदान ने बताया कि नर्सरी से कक्षा आठ तक के छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा एक से 15 जून तक ऑनलाइन समर कैम्प का आयोजन किया गया। इस शिविर में बच्चों को मनोरंजनात्मक ढंग से विविधि गतिविधियों के माध्यम से उनके कौशल को निखारा गया। छात्र-छात्राओं को ट्रिकी मैथ्स, ग्राफिक्स डिजायनिंग, कोडिंग, वैदिक मैथ्स, फायरलेस फूड, कैलीग्राफी प्ले विद एक्सल, क्ले मॉडलिंग, ज्वैलरी मेकिंग, आरोगेमी, एरोबिक्स, योगा तथा बेस्ट आउट आफ द वेस्ट आदि गतिविधियों की जानकारी दी गई। इन मनोरंजनात्मक क्रियाकलापों में छात्र-छात्राओं ने न केवल बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया बल्कि अपने-अपने वीडियो और पिक्चर भी भेजे।
आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षा के साथ ही विभिन्न कल्चरल गतिविधियों का अपना विशेष महत्व है। ऐसी गतिविधियों से छात्र-छात्राओं का व्यक्तित्व विकास होता है तथा उनमें कुछ नया करने की इच्छा जागृत होती है। डॉ. अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं से शिविर में सीखी बातों को दैनिक जीवन में अमल में लाने को कहा। उन्होंने ऐसे प्रयास के लिए स्कूल के शिक्षकों की प्रशंसा की तथा अभिभावकों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
स्कूल के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि इस एक पखवाड़े के समर कैम्प का उद्देश्य छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को निखारना था। यह खुशी की बात है कि शिविर के प्रति छोटे-छोटे बच्चों में काफी दिलचस्पी रही। श्री अग्रवाल ने राजीव इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के मन को तरोताजा रखने कि लिए उन्हें कल्चरल गतिविधियों की जानकारी देना जरूरी था। मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसी गतिविधियों से छात्र-छात्राओं में कुछ नया करने की अभिरुचि जरूर पैदा हुई होगी।