Sunday, April 13, 2025
Homeन्यूज़न्यूज़राजीव एकेडमी में रिसर्च मैथोलॉजी पर हुआ अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम

राजीव एकेडमी में रिसर्च मैथोलॉजी पर हुआ अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम


शोधार्थी शोध-पत्रों के प्रकाशन में सोच-समझकर करें शीर्षक का चयन


मथुरा। नई शिक्षा नीति की घोषणा के साथ ही राजीव एकेडमी ने फैकल्टी शिक्षण क्वालिटी पर अपना ध्यान केन्द्रित कर दिया है। इसी उद्देश्य के तहत यहां रिसर्च मैथोलॉजी पर सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आनलाइन आयोजन किया गया, जिसका बुधवार को समापन हुआ। देश-दुनिया के विद्वानों ने बताया कि शोध-पत्रों के प्रकाशन में शीर्षक का विशेष महत्व होता है लिहाजा शोधार्थियों को अपने शोध के लिए बहुत ही सोच-समझकर शीर्षक का चयन करना चाहिए।


सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में यूनिवर्सिटी आफ जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) की प्रो. (डॉ.) कोर्ने मेनटेजस ने फैकल्टी डेवलपमेंट पर फोकस करते हुए कहा कि ग्लोबल रिसर्च और रिसर्च नवाचार अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं को अपने कार्य तथा स्वयं के अध्ययन में गतिशील होना आवश्यक है। इसी यूनिवर्सिटी के प्रो. (डॉ.) मूडले समन्था ने क्वालिटी रिसर्च में नवाचार रिसर्च को लोकप्रिय बताया। डरबन यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलॉजी (दक्षिण अफ्रीका) के प्रो. एस. पेंसीलिह ने शोधार्थियों के लिए अनेकों विश्वस्तरीय जर्नल्स के नाम सुझाए। उन्होंने कहा कि आज के समय में शोध जर्नल्स की भरमार है लिहाजा शोधार्थियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च करना और शोध पत्र लेखन सरल हो गया है।


भारतीय विद्वतजन प्रो. अमित अरोड़ा तथा डॉ. सपना यादव ने संयुक्त रूप से शिक्षकों के साथ उत्तम क्वालिटी के रिसर्च वर्क सम्पन्न करने के बारे में डिस्कशन किया। उन्होंने फण्डामेंटल फैकल्टी प्रोग्राम और उत्तम शोधकार्य की विशेषताएं बताईं। उन्होंने शोध-पत्र लेखन तकनीक की जानकारी देते हुए कहा कि इसे लिखने के लिए कई प्रकार के स्तरों पर सोचना व कार्य करना पड़ता है। कई प्रकार के शोध जर्नल्स आदि का अध्ययन भी करना होता है। उन्होंने टाइम बाउण्ड शोधकार्य को चरणबद्ध तरीके से समझाते हुए उसके स्ट्रक्चर को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने की तकनीक भी बताई। उन्होंने एफडीपी पर फोकस करते हुए उत्तम क्वालिटी के शोध-पत्र लेखन की टेक्निक पर चर्चा करते हुए कहा कि शोध-पत्र का शीर्षक सबसे महत्वपूर्ण होता है इसलिए हमें शोध-पत्र का शीर्षक चयन समझदारी से करना चाहिए।

आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा है कि आज ज्ञान के हर क्षेत्र में भारत को विश्वस्तरीय शोध की आवश्यकता है। राजीव एकेडमी में अब उत्कृष्ट शोध अध्ययन की दिशा में काम किए जा रहे हैं, जिसका यहां अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को जरूर लाभ मिलेगा। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि राजीव एकेडमी में अध्ययनरत समस्त विद्यार्थियों को शोध के लिए प्रेरित करने को संस्थान संकल्पित है। संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने देश-विदेश के विद्वतजनों का आभार माना तथा कहा कि इस एफडीपी ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य शोध करने वाले शिक्षकों के शोध लेखन तथा उत्कृष्ट शोध की रूपरेखा तैयार करना है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments