कमल यदुवंशी
गोवर्धन। सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर किसान की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते क्रय केन्द्रों के अधिकारी एवं कर्मचारी जमकर मनमानी कर रहे हैं। नतीजतन किसान अपने गल्ले या यानि अनाज को क्रय केन्द्रों से घर वापस ले जाने को मजबूर है। इस परेशानी के पीछे हर रोज बदलते सरकारी फरमानों को बताया जा रहा है।
अडींग में अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी और रोज-रोज बदलते सरकारी फरमान के चलते क्रय केंद्र पर बिका हुआ गेहूं किसान वापस घर ले जाने लगे हैं। कई किसान तारीख बीत जाने के बावजूद 50 क्विटल या उससे कम गेहूं बेचने वाले किसान भी क्रय केन्द्र अडींग का चक्कर लगा रहे हैं। वही उनका गेहूं खरीदने वाला सरकारी महकमा अभी तक इन्कार कर रहा है।

किसानों का कहना है कि हफ्ते बीत जाने के बाद भी अडींग क्रय केंद्र पर गेंहू की तुलाई नही हो पा रही है। यहां कर्मचारी मशीन को बंद बताया जा रहा है। जिससे किसान परेशान होकर अपना गेंहू घर वापस ले जाने को मजबूर है। जिससे किसानों में रोष व्याप्त है।