- छह दिनों से हजारों परिवार के सामने भीषण गर्मी में पेयजल संकट गहराया
- जनप्रतिनिधियों ने नहीं ली पानी की किल्लल से जूझ रहे लोगों की सुध
मथुरा। तीर्थनगरी वृंदावन के बड़े क्षेत्र में नगर निगम द्वारा सीवर के दूषित पानी की पेयजल के रुप में आपूर्ति की जा रही है। राधानिवास, गौरानगर, रामानुज नगर कालोनी के हजारों लोग विगत कई दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। लोगोें में नगर निगम की लापरवाही का लेकर रोष व्याप्त है।
लंबे समय से खारी पेयजल आपूर्ति के बाद अब नगर निगम द्वारा पिछले करीब छह दिनों से सीवर के पानी की सप्लाई की जा रही है। पीले रंग का दुर्गंध युक्त पानी की आपूर्ति के चलते हजारों लोग पीने का पानी तो दूर सफाई कार्य के लिए भी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। सुदूर क्षेत्रों में जहां-तहां लगे हैंडपंपों से दिनभर लोग सफाई कार्य और पीने के पानी की जुगत में लगे हैं। भीषण गर्मी में पानी की किल्लत का सामना कर रहे लोगों नगर निगम के प्रति रोष व्याप्त है।
गौरानगर निवासी अनिल कुमार, शिवकुमार, धनेश अग्रवाल का कहना है कि भीषण गर्मी में पिछले सात दिनों से पानी की समस्या से स्थानीय लोग जूझ रहे हैं। दुर्गंध युक्त पानी की आपूर्ति निगम द्वारा की जा रही है। वह पानी न पीने योग्य है न ही सफाई के योग्य है। स्नान एवं घर के अन्य कार्यों के लिए पानी दूर हैंडपंपों से लाना पड़ रहा है। पीने का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
रामनिवास बघेल, संदीप कुमार का कहना है कि चुनाव के सभी जन प्रतिनिधि घर-घर वोट मांगने के लिए आ जाते हैं। लेकिन जब लोगों के सामने बिजली, पानी, सफाई जैसी समस्याओं से जूझने के समय में एक भी जन प्रतिनिधि लोगों की सुध नहीं लेता है। स्थानीय लोगों ने एक स्वर में कहा कि यदि जल्द पानी की समस्या का निदान नहीं हुआ तो वह नगर निगम कार्यालय में आन्दोलन करने को मजबूर होंगे। इसके लिए नगर निगम के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
वहीं नगर निगम के अपर नगर आयुक्त सत्येन्द्र कुमार तिवारी का कहना है कि गौरानगर में पानी की सप्लाई दो नलकूपों से जाती है। इनमें से एक नलकूप खराब हो गया है। खराब नलकूप को सही करने का कार्य किया जा रहा है। दूषित पानी की सप्लाई को दिखवाया जा रहा है।