युवा आत्मविश्वास को बनाएं अपना मूलमंत्र
मथुरा। दुनिया में ईश्वर ने सभी को अनंत शक्तियां प्रदान की हैं। हर किसी में कोई न कोई खास बात होती है। बस जरूरत है अपने अंदर की उस खास शक्ति को पहचानने की, उसे निखारने की। वर्तमान समय में अगर हमें कुछ पाना है, किसी भी क्षेत्र में कुछ करके दिखाना है तो इन सबके लिए आत्मविश्वास का होना परम आवश्यक है। आत्मविश्वास में ही वह शक्ति है जिसके माध्यम से हम कुछ भी कर सकते हैं। उक्त उद्गार राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बी.बी.ए. विभाग द्वारा आयोजित आनलाइन व्याख्यान में स्पोर कम्पनी के वाइस प्रेसीडेंट सेल्स करमवीर सिंह ने व्यक्त किए।
अतिथि वक्ता करमवीर सिंह राजीव एकेडमी के बी.बी.ए. बैच 2007-10 के छात्र रहे हैं। श्री सिंह ने गेस्ट लेक्चर के विषय थिंकिग आउट आफ द बॉक्सः मन्त्रा फॉर सक्सेस पर बोलते हुए कहा कि प्रत्येक कार्य हमारी सफलता से जुड़ा होता है लेकिन जल्दबाजी में हम उसे पहचान नहीं पाते। जबकि हमें अपने द्वारा किये जा रहे और प्राप्त टॉस्क को तत्काल भांप लेना चाहिए। हमें प्राप्त टॉस्क को अपनी सफलता का हिस्सा समझ कर पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्य आरम्भ करने के पूर्व सही फैसला लेकर कदम बढ़ाएं क्योंकि इसी पर सफलता का सारा दारोमदार रहता है।
श्री सिंह ने कहा कि हममें से हर एक व्यक्ति अपनी समस्याओं को सरल तरीके से सुलझा सकता है, लेकिन अक्सर होता यही है कि हम सबसे पहले दिमाग में आने वाले हल को ही बेस्ट मानकर बैठ जाते हैं। होना यह चाहिए कि जो पहला थॉट आए, सबसे पहले उसे रिजेक्ट कीजिए, ताकि आप आगे सोच सकें। उन्होंने कहा कि मार्केट में हमें स्वयं अपनी पहचान बनानी होती है लिहाजा हमें हमेशा अपने भीतर आत्मविश्वास, उत्साह और केवल अपना उज्ज्वल करिअर दिखाई देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्य के प्रति ईमानदारी जीवन की पहली और आखिरी शर्त है।
श्री सिंह ने छात्र-छात्राओं को बताया कि ज्यादातर लोग अपने आसपास होने वाली घटनाओं या समस्याओं को बचपन से सुन रहे पुराने नजरिए या तरीके से ही सोचते हैं लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारा अलग नजरिया परिस्थिति को आसान बना सकता है। संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने अतिथि वक्ता का आभार माना।