मथुरा। प्रत्येक वर्ष आषाढ़ माह के दूसरे सोमवार के दिन भूतेश्वर के समीप कंकाली देवी मंदिर में कुआं वाले की जात का मेले का आयोजन हो रहा है। मेला में महिलाएं और भक्तजन पूर्ण श्रद्धा के साथ देवी पूजन करते नजर आए। वहीं बच्चों के लिए झूले और खिलौने और अन्य दुकानें सजी।
मान्यता है कि कुआं वाले की जात अपने नन्हे मुन्ने बच्चे की दीर्घायु एवं अनेकों बीमारियों से मुक्ति पाने के लिए कंकाली मंदिर के समीप कुआं वाले की जात के मेले का आयोजन किया जाता है। घरों से माता बहने पकवान के रूप में प्रसाद बनाकर लाती है और बच्चों के ऊपर उसारकर मंदिर में देवी मां के चरणों में समर्पित कर देती हैं। इसके साथ ही विधि विधान से पूजा अर्चना करती हैं। इसके पश्चात मंदिर परिसर में बने कुआं के जल से बच्चों के ऊपर छींटे भी लगाए जाते हैं जिससे संक्रमित बीमारियों से नन्हे मुन्ने बच्चे सुरक्षित एवं हमेशा निरोगी रहें।
मंदिर के सेवायत सुनील पुजारी ने बताया है कि देश में चल रही वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले साल इस मेले का आयोजन नहीं किया गया और मंदिर प्रशासन की तरफ से इस बार भी मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है। लेकिन श्रद्धावान भक्तों के स्वत: मंदिन आने पर विधि विधान से सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पूजा-अर्चना कराई जा रही है।