मथुरा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम कालीचरण नमकीन वाले सहित कई नमकीन निर्माताओं की दुकानों पर छापामार कार्रवाई की है। मथुरा के डी ओ डॉ. गौरीशंकर के निर्देशन खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खाद्य तेलों की जांच की और खाद्य तेल को तीन से अधिक बार प्रयोग न करने की हिदायत दी है। विभाग की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया।
मंगलवार दोपहर को कोतवाली रोड स्थित कालीचरण नमकीन निर्माता के यहां खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम पहुंची। यहां नमकीन बनाने में प्रयोग किए जा रहे खाद्य तेल का डाम 24 उपकरण द्वारा खाद्य तेल की मौके पर जांच की गई। तेल की अम्लीय वैल्यू की भी जांच की गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने विक्रेताओं को बताया के नमकीन में प्रयोग होने वाला खाद्य तेलों का 3 बार से अधिक बार प्रयोग ना करें अधिक बार प्रयोग करने से तेल में एसिड वैल्यू बढ़ जाती है जिससे मानव स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।

इसके बाद टीम कोतवाली रोड बाबा नमकीन के यहां गई उसके यहां नमकीन निर्माण कार्य हो रहा था। यहां प्रयुक्त होने वाले खाद्य तेल की एसिड वैल्यू चेक की गई। टीम जन्मभूमि रोड भारत नमकीन, न्यू भारत नमकीन, सियाराम नमकीन और मोहन मिष्ठान एवं नमकीन निर्माता के यहां पहुंची। मोहन मिष्ठान भंडार के यहां छोले भटूरे बनाए जा रहे थे। उस खाद्य तेल का डाम 24 उपकरण द्वारा जाचं किया गया। टीम मसानी रोड सराय आजमाबाद में गई। यहां बांके बिहारी किराना स्टोर पर छापामार कार्रवाई की गई। टीम ने दुकान का निरीक्षण किया और दुकान में बिक्री योग्य सरसों के तेल का सैंपल लिया गया। तथा दुकानदार को सुधार के लिए नोटिस दिया गया।
जांच के क्रम में टीम ने मसानी रोड स्थित अजंता ब्रांड दूध का सेंपल लिया। उसके बाद टीम माल गोदाम रोड शांति नगर निकुंज इंटरप्राइजेज पर सैंपल पीनट बटर विवा ब्रांड का लिया गया तथा वहीं पर स्थित वाडीलाल सुपर स्टॉकिस्ट से एक नमूना स्ट्रॉबेरी आइसक्रीम का लिया गया।
डीओ डॉ. गौरीशंकर ने बताया कि जनपद में सभी नमकीन निर्माताओं के यहां टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। डीओएम 24 उपकरण द्वारा खाद्य तेल की अम्लीय वैल्यू जांच की जाएगी। जिस निर्माता की खाद्य तेल की अम्लीय वैल्यू अधिक पाई जाएगी उसके खिलाफ एफएसएस एक्ट 2006 के अंतर्गत विधिक कार्रवाई की जाएगी तथा उसका खाद्य लाइसेंस निलंबित कर दिया जाएगा।
डीओ ने बताया कि जनपद में छोले भटूरे में प्रयुक्त होने वाले खाद्य तेलों की ऐसीटिक वैल्यू की जांच की जाएगी। जिस विक्रेता खाद्य तेल की की एसिडिक वैल्यू बड़ी पाई जाती है उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
जांच टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवराज सिंह, गजराज सिंह तथा मुकेश कुमार उपस्थित रहे।