नई दिल्ली। जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर प्रस्तावित विधेयक देश में राजनीतिक विचार विमर्श का प्रमुख और पुराना मुद्दा रहा है। ये दोनो ही मुद्दे भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे का हिस्सा भी रहे हैं। लोकसभा में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के प्रतिनिधि रवि किशन और राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य किरोड़ी लाल मीणा 19 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद सत्र के पहले सप्ताह में जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर गैर सरकारी विधेयक प्रस्तुत करेंगे।
सांसद रवि किशन जो जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर गैर सरकारी विधेयक प्रस्तुत करेंगे उनके खुद के चार बच्चे है। सोशल मीडिया पर रवि किशन को लेकर लोगों द्वारा आलोचनाएं की जा रही है। रवि किशन के 4 बच्चे होने के बावजूद जनसंख्या नियंत्रण पर विधेयक प्रस्तुत करने पर डिजीटल इनिशिएटिव्स के को-फाउंडर डॉ. गौरव गर्ग ने ट्विटर के जरिए प्रतिक्रिया दी है कि गोरखपुर के सांसद रवि किशन 23 जुलाई को जनसंख्या नियंत्रण पर संसद में एक निजी सदस्य विधेयक पेश करेंगे। मजे की बात यह है कि उनके स्वयं 4 बच्चे हैं।
साथ ही आपको बता दें कि विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 जारी की थी। उन्होंने कहा था कि बढ़ती हुई जनसंख्या विकास में एक बड़ी बाधा है। वहीं विश्व हिन्दू परिषद की ओर से कहा गया है कि दो बच्चों वाली नीति जनसंख्या नियंत्रण की ओर ले जाती है। लेकिन दो से कम बच्चों की नीति आने वाले समय में कई नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकती है।
विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अपनी चिट्ठी में सवाल खड़े किए गए हैं कि अगर वन चाइल्ड पॉलिसी लाई जाती है तो इससे सामाज में आबादी का असंतुलन पैदा होगा। ऐसे में सरकार को इस बारे में फिर से विचार करना चाहिए, वरना इसका असर नेगेटिव ग्रोथ पर हो सकता है।