मथुरा। कोरोना महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पांच दिवसीय मुड़िया पूर्णिमा मेला निरस्त कर दिया है। बाहर के श्रद्धालुओं को आने पर रोक लगाने के लिए मेला क्षेत्र में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा गोवर्धन की सीमाएं सील की जाएंगी। गोवर्धन में यह मेला 20 से 24 जुलाई तक आयोजित होना था।
मेला के पांच दिन में लाखों श्रद्धालुओं का आवागमन रहता है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। अगर बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश हुआ, तो कोरोना संक्रमण का खतरा बन जाएगा। गोवर्धन को जोड़ने वाली सीमाओं के बाहरी क्षेत्र में बैरियर लगाए जाएंगे। वहीं सुरक्षा व्यवस्थाओं में भीड़ को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन कर्मियों की तैनाती की जाएगी। गोवर्धन के दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारविंद मंदिर, जतीपुरा मुखारविंद मंदिर पर उच्चाधिकारियों से वार्ता कर निर्णय लिया जाएगा।
व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से सहयोग लेकर सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोली जाएंगी।
एसडीएम गोवर्धन राहुल यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मुड़िया पूर्णिमा मेला निरस्त किया गया है। मेला निरस्त होते ही भीड़ को रोकने के लिए प्लान तैयार हो गया है। परिक्रमा मार्ग और उसके आसपास के क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। धारा 144 का सख्ती से पालन कराया जाएगा। बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक है। कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए शासन-प्रशासन का सहयोग करें। जिससे कि बीमारी को फैलने से बचाया जा सके।
इन सात रास्तों पर लगेगी रोक
1- बरसाना- गोवर्धन मार्ग से आने वाले।
2- राजस्थान सीमा के गांठौली-बहज, कुम्हेर, जाजनपट्टी से आने वाले।
3- छटीकरा- राधाकुंड रोड पर आने वाले।
4- छाता- गोवर्धन रोड पर आने वाले।
5- मथुरा रोड से गोवर्धन चौराहे से आने वाले।
6- सौंख रोड से आने वाले।
7- डीग रोड से आने वाले।