बाजना। जुलाई में पड़ रही भीषण गर्मी में बाजना में पेयजल आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। वहीं कस्बा में 22 लाख रुपए की लागत से लगाया गया आरओ प्लांट कबाड़ साबित हो रहा है। देखरेख के अभाव में आर ओ प्लांट एक वर्ष से बंद है। इतना ही नहीं कस्बा में करीब तीन दर्जन हैंण्डपंप खराब है। कस्बा के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा पेयजल संकट की ओर से नगर पंचायत ने पीठ कर ली है।
कस्बा में करीब दो बर्ष पूर्व लगे आरओ प्लांट करीब एक वर्ष से बंद पड़ा हैं। जिसे लेकर नगर पंचायत अनदेखी कर रहा है। गौरतलब है कि कस्बा के बड़ा बाजार स्थित सरकारी आरओ प्लांट का 22 लाख रुपये की लागत से निर्माण किया गया था, जिसके चलते कस्बा के लोगों को मीठा पानी मुहैया करना था। मगर नगर पंचायत की खराब रणनीति के चलते आरओ प्लांट बिधुत बिल जमा न होने की बजह से प्लांट की बिधुत सप्लाई की आपूर्ति बिधुत विभाग ने बन्द कर दी।जिसके कारण से आरओ प्लांट करीब एक वर्ष से बंद पड़ा हैं। भीषण गर्मी के चलते कस्बा के लोगों के अलावा इस प्लांट से दूरदराज के ग्रामीण भी शीतल जल ले जाते थे। मगर पिछले बारह से तेरह महीनों से प्लांट बन्द होने के कारण लोग खारे पानी पीने को मजबूर हैं।
सभासदों ने नगर पंचायत प्रशासन पर आरओ प्लांट के टेंडर में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। कस्बा की पेयजलापूर्ति फिलहाल इतनी खराब हैं कि आरओ प्लांट सहित कस्बा में फिलहाल करीब तीन दर्जन से अधिक हेण्डपम्प खराब पड़े हुए हैं। जिसके चलते आम लोग ओर राहगीरों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ा रहा हैं।
निवासी सुमित ने बताया कि आरओ प्लांट सफेद हाथी बना खड़ा है चैयरमेन की बड़ी लापरवाही बरतने के कारण ऐसा हुआ है। पब्लिक को सस्ता पानी मिल जाता था लेकिन अब नहीं मिल पा रहा है।
सभासद लोकमन ने कहा कि इस नगर पंचायत में अंधेरे नगरी चोपट राजा वाली कहावत चरितार्थ होती है। जमकर सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है। आरओ प्लांट की शिकायत जिलाधिकारी से लेकर शासन स्तर पर की गई। व्यापारी राजू सेठ ने कहा कि सरकारी आरओ प्लांट से सस्ता पानी मिलता था। लेकिन चैयरमेन और ईओ की लापरवाही से एक साल से आरओ बंद पड़ा हुआ। जमकर सरकारी पैसे का बंदरबांट किया गया है।
अधिशासी अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि इस काम का टेंडर पूरी तरह पारदर्शिता के पूरा हुआ है। जिस कंपनी द्वारा किया गया कार्य सही था, नगर पंचायत द्वारा जिसे ठेके पर दिया गया था उसकी कुछ समस्याएं थी, जिसकी वजह से यह बाधा उत्पन्न हुई थी। अधिशासी अधिकारी ने कहा कि आरओ प्लांट की जो भी समस्या हुई है, उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाएगा।