-जीएलए के बीटेक इलेक्ट्रिकल में प्रवेश के लिए बढ़ रहा छात्रों का रुझान
मथुरा। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आपके सामने रोजगार के कई विकल्प होंगे। वर्तमान समय में प्रत्येक जगह इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल किया जाता है। शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जहां इलेक्ट्रिसिटी के बिना ही कार्य हो जाए। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बाद रोजगार के ढे़रों अवसर छात्रों को मिलेंगे। इलेक्ट्रिकल से इंजीनियरिंग में तकनीकी शिक्षा हासिल करने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में प्रवेश के लिए छात्रों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है।
सत्र 2020-21 में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में छात्र-छात्राओं ने अपना उत्कृष्ट भविष्य बनाने में कामयाबी हासिल की है। 71 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने दिग्गज कंपनियों में रोजगार पाने में सफलता हासिल की है, जिसमें अधिकतर छात्रों को कोर कंपनी में रोजगार मिला। इसके अलावा छात्रों ने विश्वविद्यालय में स्थापित न्यूजेन आइईडीसी के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित किया। प्लेसमेंट के क्षेत्र में नए रिकॉर्ड दर्ज करने एवं पावर क्षेत्र में छात्रों की बढ़ रही मांग को देखते हुए छात्रों का प्रवेश के लिए अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र आज देश-विदेश की सरकारी एवं निजी कंपनियों में कार्यरत हैं। छात्र अमित निषाद उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में एसडीओ, आशीष बंसल बैक्टेल आयल गैस एंड केमिकल्स में इंजीनियरिंग ग्रुप सुपरवाइजर, हिमांशु कटियार केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण में असिस्टेंट डायरेक्टर, शुभ्यंक शर्मा और राहुल भाटिया जनरल इलेक्ट्रिक यूएस में इंजीनियर, असित तिवारी कैपजेमिनी ग्रेटर एटलांटा में मैनेजर, गोविंदा चावला फेसबुक डबलिन आयरलैंड में लोजिस्टिक्स प्रोग्राम मैनेजर, मंगलेश्वर श्रीवास्तव नीखेफ नेदरलॅंड्स में आईसी डिज़ाइन इंजीनियर जैसे पदों पर कार्यरत हैं।
छात्रों के लिए निरंतर प्लेसमेंट प्रक्रिया को और गति देने के लिए विभाग में आधुनिक लैब स्थापित की गयी है। रॉकवेल ऑटोमेशन लैब, सोलर एनर्जी लैब, इलेक्ट्रिक ड्राइव्स लैब, पावर सिस्टम लैब, इलेक्ट्रिक मशीन लैब, इलेक्ट्रिकल सिमुलेशन लैब आदि के माध्यम से बेहतर तकनीकी ज्ञान दिया जा रहा है। साथ ही आधुनिक सॉफ्टवेयर पीसिम, ईटैप, डीस्पेस, मैटलैब, पीस्पाइस के द्वारा छात्रों को आज के आईटी युग के लिए तैयार किया जाता है। विभागाध्यक्ष डॉ विनय कुमार देवलिया ने बताया की सोलर एनर्जी लैब में स्टैंड अलोन सोलर पीवी ट्रेनिंग सिस्टम, ग्रिड टाईड सोलर ट्रेनिंग सिस्टम, सोलर इन्वर्टर आदि उपलब्ध हैं।
प्रो. देवलिया ने बताया कि सत्र 2021-22 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, बीटेक इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, एमटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, एमटेक एनर्जी सिस्टम में कोर्सेज ऑफर कर रहा है। इन कोर्सेज में छात्र-छात्राएं प्रवेश ले रहे हैं।