-जीएलए में फिजिक्स-कैमिस्ट्री से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन और गणित से एमएससी कर करें सपनों को साकार
मथुरा। यूपी बोर्ड एवं सीबीएसई बोर्ड में प्रमोट होने वाले छात्र इसी दुविधा में पड़े हैं कि आखिर वह अपने कॅरियर को संवारने के लिए क्या करें? छात्रों की इसी समस्या के समाधान के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने फिजिक्स और कैमिस्ट्री से बीएससी (ऑनर्स) में छात्रों के लिए बीते दिनों प्रवेष शुरू कर दिए हैं। यही नहीं ग्रेजुएट पास छात्र भी फिजिक्स-कैमिस्ट्री और गणित से प्रवेश लेकर एमएससी में कॅरियर की उड़ान के लिए पंख लगा सकते हैं।
विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता कहते हैं कि इण्टर पास छात्रों के लिए फिजिक्स और कैमिस्ट्री से बीएससी (ऑनर्स) करने के लिए ढे़रों कॉलेज मिल जायेंगे। ऐसे ही ग्रेजुएशन छात्रों के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन में ढे़रों कोर्स और कॉलेज हैं, लेकिन आज छात्र को यह पता होना चाहिए कि मुझे क्या भाता है ? दूसरा मुझे क्या आता है ? तीसरा सबसे ज्यादा जरूरी है कि क्या संस्थान और कंपनियां चाहती हैं ? इन तीनों की सामूहिकता बहुत खूबसूरत है। भविश्य में नौकरी कहां होंगी ? पर्सनलिटी क्या है ? उद्यमिता क्या होती है ? इनोवेशन कैसे तैयार किए जाएं ? कॅरियर प्लानिंग कैसे करें ? इन सभी बिजनेस प्लानों के बारे में जीएलए विश्वविद्यालय में आईआईटी एवं एनआईटी के प्रोफेसर छात्रों को ज्ञान अर्जित करायेंगे।
गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मनीष गोयल ने बताया कि बीएससी पास छात्र गणित से एमएससी करने के लिए जीएलए में प्रवेश लेंगे तो छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ एक्चुरियल साइंस, साइकोमैट्रिसियन, गेमिंग, ऑपरेशन रिसर्च, क्रिप्टोग्राफिक एनालिस्ट, रिटेल टेलीकॉम, हेल्थकेयर, बैंकिंग, आईटी कंपनियां, ई-कॉमर्स कंपनियां, फाइनेंस सैक्टर, गणितीय शोध वैज्ञानिक, लेखन, सिविल सर्विसेज, डाटा एनालिस्ट में रोजगार हेतु तथा शैक्षणिक संस्थान हेतु शिक्षक बनाने के लिए 20 कुशल शिक्षकों की टीम छात्रों को तैयार करेगी।
फिजिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बीआर के गुप्ता ने बताया कि विज्ञान में उच्च शिक्षा हेतु जीएलए का भौतिकी (फिजिक्स) विभाग पिछले कई सत्रों से बीएससी (ऑनर्स) एवं एमएससी में उच्च शिक्षा प्रदान कर रहा है। भौतिक विभाग में शिक्षा का सम्पादन उत्कृष्ट एवं अनुभवी शिक्षकों द्वारा किया जाता है। भौतिकी विभाग में शिक्षकों द्वारा सॉलिडस्टेट, न्यूक्लियर, प्लाज्मा फिजिक्स, मैटेरियल साइंस, सिस्मो इलेकट्रॉमेग्नेटिक्स, कॉस्मोलॉजी आदि क्षेत्रों में शोध कार्य निर्देषित किया जा रहा है। विभाग में उच्चकोटि की प्रयोगषाला यांत्रिकी लैब, प्रकाशकीय लैब, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स लैब, इलेक्ट्रॉनिक्स लैब, ऊष्मा गतिकीय लैब, इनोवेशन लैब आदि के माध्यम से विद्यार्थियों का शिक्षण कार्य किया जाता है। छात्र यहां से उच्च शिक्षा प्राप्त कर देश के उच्चकोटि के अनुसंधान केन्द्रों में साइंटिफिक ऑफीसर, एकेडमिक एवं औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त करेंगे।
कैमिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. दीपक दास ने बताया कि कैमिस्ट्री (रसायन) से बीएससी (ऑनर्स) एवं एमएससी करने वाले छात्रों के लिए विभाग में शोध के लिए 7 प्रयोगशाालाएं हैं, जिसमें मुख्य रूप से नैनोटेक्नोलॉजी लैब, कैंसर रिसर्च लैब, ऑर्गेनिक सिंथेसिस लैब, ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट लैब, इंजीनियरिंग कैमिस्ट्री लैब शामिल हैं। विभाग में दो डिस्टींग्यूस्ड प्रोफेसर हैं, जिनमें एक प्रोफेसर भटनागर अवार्डी हैं। इनके अलावा अन्य शिक्षक आईआईटी एवं सेन्ट्रल एण्ड स्टेट यूनिवर्सिटी से हैं। यह सभी प्रोफेसर छात्रों को लैबों में विभिन्न प्रशिक्षण के माध्यम से रिसर्च की प्रति जागरूक करते हैं। यही नहीं विभाग को सरकार द्वारा प्रोजेक्टों पर भी कार्य करने के अवसर दिए जा रहे हैं। वर्तमान में दो प्रोजेक्ट भाभा परमाणु अनुसंधान और जैव प्रौद्योगिकी विभाग से मिले हुए हैं जो कि करीब 1 करोड़ की अधिक की राशि के हैं। इन प्रोजेक्टों पर कार्य करने का मौका भी छात्रों को मिल रहा है।