- सपा जिलाध्यक्ष लोकमणि जादौन सहित पांच के विरद्ध एफआईआर दर्ज
- सपा नेता प्रदीप चौधरी पर हमला, जताया जानमाल का खतरा
- सपा नेता प्रदीप ने पुलिस से मांगी सुरक्षा
मथुरा। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सपा के नेताओं में रार खुलकर सामने आ गई है। जमीन को लेकर मामला इतना तूल पकड़ गया है कि सपा नेता प्रदीप चौधरी ने सपा जिला अध्यक्ष लोकमणि जादौन सहित कई सपा नेताओं पर एक राय होकर हमला करने आरोप लगाया है। सपा नेता को पार्टी के जिलाध्यक्ष से अपनी जान का खतरा सता रहा है। इस संबंध में प्रदीप चौधरी ने पार्टी जिलाध्यक्ष सहित पांच लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है। वहीं सपा हाईकमान ने इस ममाले में चुप्पी साध ली है।
विधानसभा चुनाव 2022 में जीत के दावे कर रही समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी आमने-सामने आ गए हैं। विधानसभा प्रत्याशी रहे प्रदीप चौधरी ने जिलाध्यक्ष लोकमणि जादौन और सपा छात्र सभा के जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र ठाकुर, पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाषपाल, दिनेश, मान सिंह एवं राजेन्द्र फरारी सहित 12 लोेगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है। सपा नेता प्रदीप चौधरी ने आरोप लगाया है कि विगत दिनों जिलाध्यक्ष और उसके नामजद साथियों ने एकराय होकर हमला किया। जिससे वह घायल हो गए।
सपा नेता प्रदीप चौधरी ने जिलाध्यक्ष लोकमणि जादौन से जानमाल का खतरा होने की आशंका जाहिर की है। इतना ही नहीं नामजद लोगों पर आपराधिक इतिहास वाले लोग करार दिया। इस मामले में प्रमाण के तौर पर सपा नेता ने पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी उपलब्ध कराए हैं। एफआईआर में मौजा मल्हू में लाखों की जमीन का मामले को लेकर विवाद दर्ज कराया है।
जिलाध्यक्ष लोकमणि जादौन ने नियो न्यूज को बताया कि इस मामले में उन्होंने एसएसपी को एक पत्र दिया है। जिसमें उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी का आपसी राजनीतिक मामला है। सपा के लखनऊ कार्यालय प्रभारी अरविन्द्र सिंह का कहना है कि घर में चार बर्तन होते हैं तो खटकते ही हैं। दोनों पक्षों को समझा दिया जाएगा।
सपा में पड़ी रार, कैसे होगी आगामी विधानसभा की नैया पार, सपा जिलाध्यक्ष के विरुद्ध केस दर्ज
- Advertisment -