नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने टीम इंडिया को छोड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। शुक्रवार (आज) को मारिन ने टोक्यो ओलंपिक में भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में हार के बाद कहा कि यह उनका भारत के साथ आखिरी टूर्नामेंट था।
शोर्ड मारिन के नेतृत्व में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनके कोचिंग निर्देशन में भारतीय महिला हॉकी पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइऩल तक पहुंचने में सफल रही।
हमने मेडल नहीं मेडल से बड़ा जीते हैं- मारिन
भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच शोजोर्ड मारिन ने टीम को बहुत कुछ दिया। ये उन्हीं की मेहनत का नतीजा था कि हमारी लड़कियों ने ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को हरा दिया। ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में हार के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि हमने पदक नहीं जीता, लेकिन मुझे लगता है कि हमने कुछ बड़ा जीता है। हमने भारतीयों को फिर से गौरवान्वित किया है और हमने लाखों लड़कियों को प्रेरित किया है कि सपने सच हो सकते हैं जब तक आप इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं और उस पर विश्वास करते हैं! समर्थन के लिए धन्यवाद!
नीदरलैंड की टीम के हैं मारिन
मारिन ने नीदरलैंड के लिए खेला है, और उनकी देखरेख में नीदरलैंड की अंडर -21 महिला टीम ने विश्व कप खिताब और सीनियर महिला टीम ने 2015 में हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल्स में स्वर्ण पदक हासिल किया है। कोविड-19 महामारी के कारण लागू प्रतिबंधों की वजह से वह पिछले 16 महीने से अपने घर नहीं जा पाये है। उनके इस्तीफे के फैसले को इससे जोड़कर देखा जा रहा है।