मथुरा। केन्द्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने एनएमसीजी से मथुरा में यमुना को प्रदूषित करने वाली दो ड्रेनों को नमामि गंगे योजना में शामिल न करने की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने विभाग से इसके पीछे के कारण और इसे लेकर जल्द ही कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ताकि इनका दूषित जल सीधे यमुना में न जाकर शोधित हो सके। उन्होंने स्थाानीय लोगों की शिकायत पर एनएमसीजी के निदेशक देवेन्द्र मथुरिया से इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल मथुरा-वृंदावन की धार्मिक यात्रा पर सपरिवार आए थे। उन्होंने यहां ठाकुर बाँकेबिहारी मंदिर और राधावल्लभ मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। इसके बाद प्रहालाद सिंह पटेल परिवार के साथा श्रीकृ़ष्ण जन्मभूमि के दर्शन किए। इस दौरान हिन्दूवादी नेता गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने उन्हें यमुना में गिर रहे नालों को बंद कराने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया।
इस ज्ञापन में कोसी डे्रेन औरर मासूम नगर एवं कोयला अलीपुर डे्रेन को योजना में शामिल न किए जाने की भी शिकायत की थी। इस पर केन्द्रीय मंत्री ने एनएमसीजी के निदेशक देवेन्द्र मथुरिया से अभी तक दोनों ड्रेनों को योजना में शामिल न होने का जवाब मांगा। इस संबंध में दिल्ली पहुंचते ही प्रीफिसिबिल्टी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। वहीं केन्द्रीय मंत्री ने मसानी एसटीपी और एसपीएस का निरीक्षण किया। उन्होंने नमामि गंगे योजना के तहत हो रहे कार्यों में जलनिगम को तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।