मुंगेर के सफियासराय ओपी क्षेत्र में पुलिस ने मासूम बच्ची की हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने आठ साल की बच्ची की हत्या के मामले में मौलाना सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक दिलीप ने पांचवें बच्चे की चाहत में मौलाना के कहने पर बच्ची की हत्या कर दी थी, जबकि दिलीप दो पुत्र व दो पुत्री का पिता है।
पुलिस के मुताबिक गुरुवार की सुबह पुलिस ने सफियासराय ओपी क्षेत्र के फरदा पूर्वी टोला निवासी पवन चौधरी की आठ वर्षीय बच्ची का शव बरामद किया गया था। उसकी हत्या कर किसी ने ईंट भट्ठा के पास फेंक दिया था। शव की सूचना मिलने पर मौके पर पहुची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम क लिए भेज दिया और जांच शुरु का दी।
बच्ची का पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामान्य आई। जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद हत्या को केंद्र बिंदु में रख कर वैज्ञानिक व तकनीकी जांच भी शुरु की गई। जिसमें पता चला कि पांचवे पुत्र की चाहत में आठ साल की बच्ची की आंख निकाल ली और उसकी हत्या कर फेंक दिया। आंख ताबीज में लगा दी। यह सब त्रांत्रिक मोहम्मद परवेज के कहने पर किया गया।
पुलिस ने पड़हम निवासी मुख्य आरोपित दिलीप कुमार चौधरी के साथ उसके दो दोस्त पड़हम निवासी मो तनवीर आलम व फरदा पूर्वी टोला निवासी दशरथ मंडल को भी गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस ने खगड़िया जिले के मोरकाही थाना क्षेत्र के मधुरा गांव निवासी तांत्रिक मो परवेज आलम को गिरफ्तार किया।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपितों ने बच्ची की हत्या मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। घटना के संबंध में एसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दिलीप कुमार चौधरी की पत्नी के गर्भ में पल रहा बच्चा कुछ माह पूर्व खराब हो गया था। इसके बाद उसकी पत्नी पुन: गर्भवती हुई। गर्भ में पल रहा बच्चा फिर से खराब नहीं हो इसके लिए दिलीप खगड़िया के मौलाना मो परवेज आलम के पास गया। पहले मछली और मुर्गा की बलि देकर उसकी आंख फोड़ कर उसके खून से ताबीज बनाया, लेकिन परवेज ने बताया कि किसी बच्चे की बलि देनी होगी तभी गर्भ में बच्चा सुरक्षित रहेगा।
इसी दौरान दिलीप अपने साथी दशरथ मंडल व मो तनवीर आलम के साथ तनवीर के मुर्गा फॉर्म पर खा-पी रहा था। तभी बच्ची बहियार के रास्ते अपने घर जा रही थी। उसे चॉकलेट देने के बहाने बुलाया और उसे तनवीर के मुर्गा फॉर्म के पास छिपा दिया। इसके बाद मध्य रात्रि में उसकी गला दबा कर हत्या कर दी और उसकी आंख फोड़ कर उससे निकले खून से कपड़ा भिगोकर मौलाना के पास ले गया। जहां से मौलाना ने एक ताबीज बना कर दिलीप को दिया। पुलिस ने उक्त ताबीज के साथ ही घटनास्थल व जहां बच्ची को रखा गया था वहां से भी कुछ सबूत बरामद हुए हैं। सभी को जेल भेज दिया गया।