Thursday, October 3, 2024
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कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से पहली मौत, संपर्क में आए दो अन्य लोग भी चपेट में

मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना संक्रमण के चलते मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही है। डेल्टा प्लस वैरिएंट से मौत का पहला मामला सामने आया है। मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक 63 वर्षीय महिला की जुलाई में मौत हुई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट अब सामने आई है।


रिपोर्ट के मुताबिक महिला की मौत डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते हुई थी। हैरानी की बात ये है कि महिला ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी इसके बावजूद महिला की डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से मौत हो गई। महाराष्ट्र में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट से दो मौत हो चुकी है। पहली मौत 13 जून को 80 वर्षीय एक महिला की रत्नागिरी में हुई थी। दरअसल 11 अगस्त को इस बात की पुष्टि हुई थी कि महिला की मौत डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से हुई है।

सात लोग पाए गए थे डेल्टा प्लस वैरिएंट संक्रमित

राज्य सरकार की ओर से बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को ये जानकारी दी गई थी कि जीनोम सीक्वेंसिंग जांच में पता चला है कि मुंबई में 7 लोग डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित हैं। इसके बाद बीएमसी ने इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों से बातचीत करनी शुरू की। मरने वाली ये महिला भी उन सात लोगों में ही शामिल थी।

महिला के संपर्क में आए दो अन्य लोग भी हुए वैरिएंट की चपेट में

बीएमसी अधिकारी जब महिला के परिजनों से मिले तो बताया गया कि महिला की मौत 27 जुलाई को हुई थी। खबर है कि महिला के संपर्क में आए दो अन्य लोगों में भी डेल्टा प्लस वेरिएंट का पता चला है। मुंबई स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि 63 वर्षीय मरीज की डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से मौत हो गई थी। इसके बाद महिला के संपर्क में आए 6 अन्य लोगों की भी जांच कराई गई। जांच में 6 में से 2 और लोगों में डेल्टा प्लस वैरिएंट का पता चला है। अभी कुछ और लोगों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।

वैक्सीन की दोनों डोज लेने क बावजूद महिला हुई कोरोना पॉजिटिव

डॉक्टर गोमारे ने बताया कि महिला इंटरसिटिशियल लंग और ऑब्सट्रक्टिव एयरवे से पीड़ित थी। हैरानी की बात ये है कि महिला ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी, इसके बावजूद वह कोरोना संक्रमित हो गई। शुरुआत में महिला को घर पर ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया, बाद में 24 जुलाई को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीन दिन के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। एन वार्ड के चिकित्सा अधिकारी डॉ महेंद्र खंडाडे ने बताया कि घर पर महिला की हालत बिगड़ने पर पहले विक्रोली के गोदरेज मेमोरियल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। एक दिन इलाज के बाद महिला की तबीयत और बिगड़ गई और परिवार ने उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उनकी मौत हो गई।

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