छात्र-छात्राओं के सपनों को पंख लगाता बी.ई.-कॉम कोर्स
मथुरा। राजीव एकेडमी में संचालित बी.ई.-कॉम कोर्स छात्र-छात्राओं के सपनों को पंख लगा रहा है। इस कोर्स को करने से पहले ही युवाओं को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर जॉब के अवसर मिल रहे हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय कम्पनियां भी उन्हें उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर प्रदान कर रही हैं।
संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना का कहना है कि बी.ई.-कॉम कोर्स करने के बाद युवा आनलाइन बैंकिंग, आनलाइन शॉपिंग, आनलाइन टिकिट बुकिंग, होटल बुकिंग, फण्ड ट्रांसफर, बैंकिंग ट्रांजेक्शन, बिल पेमेण्ट आदि सभी क्षेत्रों में जॉब हासिल कर सकते हैं। डॉ. सक्सेना बताते हैं कि आज व्यापार के क्षेत्र में बी.ई.-कॉम ने नई क्रांति पैदा की है। राजीव एकेडमी में संचालित बी.कॉम (ई-कॉम) कोर्स में उन सभी चैप्टरों को जोड़ा गया है, जो छात्र-छात्राओं के स्वर्णिम भविष्य को नई दिशा देते हैं।
डॉ. सक्सेना का कहना है कि आज के दौर में इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स पाठ्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इसके अध्ययन के लिए राजीव एकेडमी में विशेष व्यवस्था है। यहां उच्च व्यावसायिक अध्ययन के साथ छात्र-छात्राओं को गेस्ट लेक्चर, पीडीपी क्लास, सेमिनार, कार्यशालाओं, औद्योगिक भ्रमण के माध्यम से भी तैयारी कराई जाती है। इस कोर्स में कम्प्यूटर ज्ञान और कॉमर्स के पाठ्यक्रम साथ-साथ पढ़ाएं जाते हैं। ई-कॉमर्स का सैद्धान्तिक और प्रयोगात्मक शिक्षण राजीव एकेडमी की विशेषता है।
आज के समय में सभी मल्टीनेशनल कम्पनियां ई-व्यापार को अपना आधार बना रही हैं लिहाजा युवा पीढ़ी के लिए बी.ई.-कॉम कोर्स बहुत उपयोगी है। डॉ. सक्सेना का कहना है कि राजीव एकेडमी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष अमेजोन, स्नैपडील, फ्लिप कार्ड, पॅालिसी बाजार, एनआईआईटी, ईजी पॉलिसी, ईबे, जबौंग, पेटीएम आदि में उच्च पैकेज पर सेवा के अवसर मिल रहे हैं।
आर.के. एजूकेशनल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का कहना है कि भारत सरकार ने शत-प्रतिशत एफडीआई लागू कर दी है, जिससे आनलाइन शॉपिंग के क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बढ़े हैं और बी.ई.-कॉम कोर्स करने वाले स्नातक युवाओं को मनचाहे जॉब मिल भी रहे हैं। डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि बी.ई.-कॉम कोर्स युवाओं को जॉब के अवसर ही नहीं देता बल्कि वे इस पाठ्यक्रम को उत्तीर्ण कर अपना आनलाइन उद्यम भी स्थापित कर सकते हैं। डॉ. अग्रवाल की युवाओं को सलाह है कि वे नौकरी के पीछे भागने की बजाय स्वयं का उद्यम खोलकर रोजगार प्रदाता बनने की कोशिश करें।