मथुरा। वृंदावन में रहने वाली विधवा माताओं के द्वारा रक्षाबंधन के त्योहार पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी और वृदावन थीम वाले मास्क भेजा जा रहा है। पिछले कुछ साल पहले तक कुछ विधवाएं रक्षाबंधन के दिन राखी बाँधने के लिए पीएम के घर जाती थीं। लेकिन पिछले दो सालों से वे COVID संकट के कारण प्रधानमंत्री को राखी बांधने नही जा रही हैं।
हालाँकि COVID संकट के कारण वृंदावन के आश्रमों में रह रही विधवा माताओं को इस रक्षाबंधन पर मोदी के घर जाने का अवसर नही मिल पाएगा। लेकिन उन्होंने मोदीजी के छवियों के साथ 251 विशेष राखी तैयार की हैं और साथ में विशिष्ट “वृंदावन-थीम” वाले फेस मास्क भी तैयार कर भेज रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की रंगीन फोटो वाली राखियां मां शारदा और राधाटीला आश्रम में रहने वाली वृद्ध विधवाओं के द्वारा तैयार की गई है। सुलभ होप फ़ाउंडेशन के द्वारा हरेक साल विधवा माताओं के लिए राखी बनाने का कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और आज भि ऐसा ही आजोयजन माँ शारदा आश्रम में किया गया। आज माताओं ने दो टोकरी में अपने द्वारा बनयी गये राखी क़ो सजा कर प्रधानमंत्री के लिए दिल्ली भेज दीं। सुलभ के प्रतिनिधि के द्वारा कि कल यें राखियाँ पी॰एम॰ओ॰ में पहुँचा दिया जाएगा।
सामाजिक कलंक को तोड़ने के उद्देश्य से, प्रसिद्ध सामाजिक सुधारक और सुलभ आंदोलन के संस्थापक डॉ बिंदेश्वर पाठक ने वृंदावन में रहने वाली विधवाओं के लिए सभी महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठानों का आयोजन शुरू किया था। रक्षाबंधन भी उसमें से एक है, लेकिन पिछले दो सालों से COVID संकट के कारण ऐसा कोई कार्यक्रम संभव नहीं है। इससे पहले, हजारों विधवाओं की ओर से, चार-पाँच विधवाएँ, मोदी जी को राखी बाँटने और मिठाई देने के लिए दिल्ली जाती थीं।
“चल रहे कोरोना संकट ने इन विधवाओं को निराश कर दिया, लेकिन इसने उनके हौसले को चकनाचूर नहीं कर सका, इसलिए उन्होंने श्री मोदी के लिए राखी और विशेष वृंदावन थीम वाले मास्क तैयार करना शुरू कर दिया।
सुलभ होप फाउंडेशन की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने कहा कि कुछ राखियों में प्रधानमंत्रीजी का मास्कयुक्त फोटो भी है। लगभग 77 वर्षीय उषा दासी, जिन्होंने बीते दिन व्यक्तिगत रूप से प्रधान मंत्री क़ो राखी बांधने गयी थीं आज दुखी है। लेकिन वह खुश हैं कि श्री मोदी को उनके द्वारा बनाए राखियां और मास्क भेजे जा रहें है। “मैंने व्यक्तिगत रूप से’ सुरक्षित रहें ’और “आत्मनम्भर’ जैसे संदेश देने वाले और मोदीजी के ढके हुए चेहरे बाले फ़ोटो के साथ राखी डिज़ाइन किया है। सुलभ ने विधवाओं के बीच भलाई की भावना पैदा की है इसने मानवीय आधार पर उनके स्वास्थ्य देखभाल, भोजन और अन्य आवश्यकताओं के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की हैं।