- निजी भूमि पर शव दफन करने पहुंचे मृतक के परिजनों का हुआ विरोध
- कब्रिस्तान में शव को पुलिस की देखरेख में हुआ दफन
बरसाना। निजी जमीन पर शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। दफनाने को लेकर बढ़ते विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हस्तक्षेप करके कब्रिस्तान पर शव को दफन कराया।
शनिवार को कस्बे के रहने वाले मुंशी शक्का का बीमारी के चलते निधन हो गया। मृतक मुंशी शक्का के परिजन शव को दफनाने के लिए बृषभान कुंड पर खाली पड़ी जमीन पर ले गये। मृतक के स्वजन शव दफनाने के लिए खड्डा खोदने लगे। वहीं सूचना पर जमीन मालिक गोकलेश कटारा एडवोकेट मौके पर पहुच गये। निजी जमीन का हवाला देते हुए शव को दफन नहीं होने दिया।
शव दफन को लेकर दोनों पक्षों में विवाद की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुच गयी। थाना प्रभारी निरीक्षक आजाद पाल सिंह ने मृतक के स्वजनों को समझाया कि उक्त जमीन कब्रस्तान नहीं है इसलिए निर्धारित जगह पर शव को दफन करें। जिसके बाद पुलिस ने निर्धारित जगह पर शव को दफन कराया।
गोकलेश कटारा एडवोकेट ने बताया कि उक्त जमीन उनकी पैतृक भूमि है। जहां कोई भी शमशान व कब्रस्तान नहीं है। जबरन यह लोग शव को दफन करना चाह रहे थे। एसडीएम गोवर्धन राहुल यादव ने बताया कि उक्त जमीन निजी भूमि है। जहां कोई कब्रस्तान दर्ज नहीं है। वैसे भी पूरे बरसाना में सरकारी रिकॉर्ड में कहीं भी कब्रिस्तान दर्ज नहीं है। रोपवे के पास इन लोगों के शव को दफन करने के लिए सरकारी जमीन पर अस्थाई व्यवस्था है।