काबुल। तालिबान और नॉर्दर्न अलायंस गुरुवार को एक दूसरे पर हमला नहीं करने के लिए सहमत हुए हैं। दोनों पक्षों के बीच एक-दूसरे के खिलाफ हमले नहीं करने पर डील हुई है। पिछले दो दिनों में अफगानिस्तान के परवान प्रांत के चरिकर में तालिबान और नॉर्दर्न अलायंस के दो प्रतिनिधिमंडलों के बीच बैठकें हुई थीं।
सूत्रों के मुताबिक तालिबान और नॉर्दर्न अलायंस के नेताओं द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान शांति समझौते की घोषणा की जाएगी। अफगानिस्तान के पंजशीर इलाके में तालिबान अभी तक अपना वर्चस्व जमा नहीं पाया है।
तालिबान विरोधी लड़ाकों और पूर्व अफगान सुरक्षा बलों को साथ लेकर नॉर्दर्न अलायंस ने तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। तालिबान ने भी पंजशीर के क्षेत्र को घेरने के लिए अपने लड़ाकों को भेजा हुआ है। दोनों पक्षों ने कहा है कि वे बातचीत के जरिए गतिरोध को हल करने के इच्छुक हैं।
पंजशीर हिंदू कुश पहाड़ों में गहरी संकरी घाटी है, जिसका दक्षिणी सिरा राजधानी काबुल से लगभग 80 किमी उत्तर में है। घाटी में प्रवेश करने का रास्ता काफी छोटा है, इसी कारण भूगोलीय दृष्टि से यहां के सैनिकों को रक्षा में मदद मिलती है। इसी कारण से नॉर्दर्न अलायंस के लड़ाके आसानी से तालिबान पर बढ़त बना लेते हैं।
यह बेहद दुर्गम क्षेत्र है, जिस वजह से इसको यहां की भूलभुलैया कहा जाता है। पंजशीर ऊंचे और नीचे पहाड़ों से घिरी एक घाटी है। यहां तक पहुंचना और निकलना दोनों ही बहुत मुश्किल हैं। तालिबान ही नहीं अमेरिका भी यहां तक नहीं पहुंच सका।